पांच जिलों के 57 डीलरों का निरस्त हो सकता है व्यापार प्रमाणपत्र
अयोध्या परिवहन विभाग ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और पारदर्शी व्यवस्था अपनाने के लिए निजी वाहनों के डीलरों को शोरूम के प्रवेशद्वार पर बोर्ड लगाने का निर्देश दिया था जिस पर वाहनों के प्रत्येक मॉडल के साथ एक्स शोरूम कीमत रोड टैक्स रजिस्ट्रेशन बीमा की रकम के साथ कुल रकम दर्शानी होगी। संभागीय परिवहन अधिकारियों ने संभाग के पांच जिलों में स्थित निजी वाहनों के शोरूम का निरीक्षण किया तो तस्वीर कुछ और उभर कर सामने आई।
अयोध्या : परिवहन विभाग ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और पारदर्शी व्यवस्था अपनाने के लिए निजी वाहनों के डीलरों को शोरूम के प्रवेशद्वार पर बोर्ड लगाने का निर्देश दिया था, जिस पर वाहनों के प्रत्येक मॉडल के साथ एक्स शोरूम कीमत, रोड टैक्स, रजिस्ट्रेशन, बीमा की रकम के साथ कुल रकम दर्शानी होगी। संभागीय परिवहन अधिकारियों ने संभाग के पांच जिलों में स्थित निजी वाहनों के शोरूम का निरीक्षण किया तो तस्वीर कुछ और उभर कर सामने आई।
सुल्तानपुर और अमेठी ऐसे जिले मिले, जहां निजी वाहन शोरूम पर कीमतों का बोर्ड नहीं लगाया गया। अंबेडकरनगर के 19 में सिर्फ तीन, बाराबंकी के 38 में 23 और अयोध्या के 14 शोरूम में से सर्वाधिक 12 शोरूम में बोर्ड लगा मिला। संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन सुभाषचंद्र कुशवाहा ने बताया कि 95 में सिर्फ 38 शोरूम में वाहनों के मॉडल के साथ उनकी कीमतों का बोर्ड लगा मिला है, जबकि 57 शोरूम पर बोर्ड नहीं मिला। कहाकि परिवहन आयुक्त को रिपोर्ट भेज दी गई है।
जिन वाहनों के शोरूम पर बोर्ड लगा नहीं पाया गया। उनके डीलरों का व्यापार प्रमाणपत्र निरस्तीकरण का निर्देश पांचों जिलों के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों को दे दिया है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों ने डीलरों को नोटिस भेज कर सुनवाई के लिए तीन दिन का वक्त दिया है। समय सीमा के अंदर डीलरों को अपना पक्ष रखना है, यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो डीलरों के व्यापार प्रमाणपत्र का निरस्तीकरण की कार्रवाई भी तय है।