¨हदी दिवस पर सम्मानित होंगे 51 लोग
अयोध्या : मातृभाषा ¨हदी को पूर्ण आत्मसात किए बिना राष्ट्र का विकास संभव नहीं है। यह सलाह है
अयोध्या : मातृभाषा ¨हदी को पूर्ण आत्मसात किए बिना राष्ट्र का विकास संभव नहीं है। यह सलाह है, युवा समाजसेवी संत राजूदास की। वे ¨हदी प्रचार-प्रसार सेवा संस्थान की ओर से 14 सितंबर को ¨हदी दिवस के अवसर पर आयोजित गोष्ठी व सम्मान समारोह की तुलसी स्मारक भवन में तैयारी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा, भारत की राष्ट्रभाषा जब तक ¨हदी नहीं बनती तब तक इसे विश्व की संपर्क भाषा बनाने का प्रयास बेमानी साबित होगा। संचालन संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ0 सम्राट अशोक मौर्य ने किया। उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से 14 सितंबर को आयोजित समारोह की तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई हैं। इस अवसर पर संस्थान की ओर से समाज के विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 51 विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीआइजी ओंकार ¨सह होंगे तथा अध्यक्षता महापौर ऋषिकेश उपाध्याय करेंगे। विशिष्ट अतिथि विधायक वेदप्रकाश गुप्त होंगे। तैयारी बैठक में दिनेशकुमार ¨सह वत्स, शिवकुमार मिश्र, डॉ. रामकरन ¨सह कुशवाहा, गुड़िया त्रिपाठी, मनीरामदास, वैद्य आरपी पांडेय, दुर्गेश श्रीवास्तव, ¨वध्यवासिनी पांडिया, ओंकारनाथ पांडेय, डॉ. सोनी शर्मा, शुभम राही, अनिरुद्धप्रसाद शुक्ल, चक्रवर्ती मौर्य, गो¨वद स्वामी, अशेाक ¨सह, खलीक अहमद, डॉ. आनंद उपाध्याय, दीपचंद राही आदि मौजूद रहे।