Move to Jagran APP

पढ़े गए 40 शोध पत्र, विज्ञानियों को दिया प्रमाणपत्र

संसू अयोध्या डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के आई0ई0टी संस्थान में कल्पना चावला सभागार में इमरजिग ट्रेंड्स इन इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन आज 2

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Jul 2019 11:53 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jul 2019 11:53 PM (IST)
पढ़े गए 40 शोध पत्र, विज्ञानियों को दिया प्रमाणपत्र

अयोध्या : अवध विश्वविद्यालय आइइटी संस्थान के कल्पना चावला सभागार में इमरजिग ट्रेंड्स इन इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी विषयक पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन हुआ। कुल 40 शोधपत्र पढ़े गए। मुख्य अतिथि इंटरनल क्वालिटी एंश्योरेंस सेल के निदेशक प्रो. अशोक कुमार शुक्ल ने कहा कि शोधार्थियों को हमेशा विषय केंद्रित शोध कार्य करना चाहिए।

loksabha election banner

निदेशक प्रो. रमापति मिश्र ने कहा कि यह राष्ट्रीय कार्यशाला संस्थान के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगी। इस मौके पर शोधार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किया गया। प्रतिकुलपति प्रो.एसएन शुक्ल ने कार्यशाला की शुरुआत की। प्रो. मोहन ने पीपीटी के माध्यम से शोधार्थियों को जानकारी दी। रविवार को प्रथम तकनीकी सत्र में कुल 10 प्रतिभागियों ने शोधपत्र प्रस्तुत किया, इसमें डॉ. पारुल यादव ने डॉटा साइंस ने व्याख्यान दिया। द्वितीय तकनीकी सत्र में मुख्य वक्ता डॉ. उपेंद्र कुमार ने पैटर्न रिकगनिशन की जानकारी दी। छह शोधपत्र पढ़े गए। एप्लाइड साइंस पर चार सामानांतर सत्र संचालित हुए। विश्वसरैया विश्वविद्यालय बंगलुरू के प्रो. गिरीश ने ग्राफ थ्योरी के बारे में जानकारी दी। प्रो. मोहन कुमार ने गणित को प्राकृतिक विज्ञान से जोड़ा एवं कई मशीनों का मॉडल प्रस्तुत किया। प्रो. सिद्धार्थ शुक्ल ने बैक्टीरिया के विभिन्न उपचार की विधियां बताई। प्रो. राजेश कुमार ने वर्तमान समय में बायो ऊर्जा का उत्पादन एवं उसके उपयोग पर चर्चा की। कार्यशाला में कुल 40 से ज्यादा शोधपत्र प्रस्तुत किए। मौके पर डॉ. बृजेश भारद्वाज, विनीत सिंह, रमेश मिश्र, डॉ. मनीष सिंह, पारितोष त्रिपाठी, परिमल त्रिपाठी, शांभवी शुक्ल, कृति श्रीवास्तव मौजूद रहे।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.