मसौधा के 38 स्कूलों को कायाकल्प का इंतजार
अयोध्या: शिक्षा क्षेत्र मसौधा के 38 स्कूल कायाकल्प योजना से वंचित हैं, जिससे टूटी फर्श व पुराने
अयोध्या: शिक्षा क्षेत्र मसौधा के 38 स्कूल कायाकल्प योजना से वंचित हैं, जिससे टूटी फर्श व पुराने रंग-रोगन में ही छात्र-छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करना पड़ रहा है। इसकी रिपोर्ट खंड शिक्षाधिकारी उदयभान यादव ने सीडीओ को भेजा है।
ब्लॉक में 117 प्राथमिक व 50 जूनियर विद्यालय स्थापित हैं। जिलाधिकारी ने ग्रामप्रधानों को पत्र भेज कहा है कि सबसे पहले कायाकल्प योजना के अंतर्गत सभी व्यवस्थाएं ठीक कर लें। इसके बाद बचे धन से ग्रामसभा के अन्य विकास कार्य कराए जाएंगे। ग्रामप्रधान 129 विद्यालयों की कार्ययोजना बनवाकर कुछ का कार्य पूर्ण तो कुछ का पूरा कराने में जुटे हैं। प्राथमिक विद्यालय सथरी, सूर्यभानपुर डिहवा, गोपालपुर, बंदीदासपुर, घेरवा, दसौली, उसरू अमोना, खरगपुर, पंडितपुर, विनायकपुर, सरैया, रामपुर संडासी, मिर्जापुर माफी, फिरोजपुर, बल्दीपांडेपूरा, बिरौली, हरीपुर जलालाबाद, बल्लीपुर, ताजपुर कोड़रा, मखदूमपुर, शाहबदी, भदरसा, जीवपुर तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरवा, बनवीरपुर, दसौली, छतिरवा, भदरसा बाहर, सरैया, उसरू, बिहारीपुर, धर्मदासपुर, नजीरपुर, मिर्जापुर माफी, डाभासेमर, सरियावां, रानीबाजार पलियागोवा सहित 38 विद्यायल इस योजना से अभी वंचित है। सथरी के ग्राम प्रधान दुर्गेश सोनी ने पशुचर की जमीन पर पूर्व में स्कूल निर्माण होने से कायाकल्प में बाधा उत्पन्न होने की मजबूरी बताई तो कुछ प्रधान अलग-अलग समस्या से कार्य न होने की बात कही है। नहीं आया धन तो कैसे हो कायाकल्प
-कायाकल्प योजना में बाधा आने का कारण ग्रामप्रधान संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. रामप्रताप यादव, जिला प्रभारी रामकृष्ण पांडेय, ब्लॉक अध्यक्ष मसौधा विनोद कनौजिया सहित कई प्रधान इस मद के लिए धन न आने की बात बता रहे हैं। कहा कि तीन माह पूर्व जिस भी योजना का रुपया ग्राम सभा के विकास के लिए आया था, उससे विकास कराया जा रहा था। कायाकल्प की सूचना मिलने के बाद ही बचे धन से शुरू किया गया। उसके बाद से कोई धन नहीं मिला।