दौ सौ विद्यालय बनेंगे सुरक्षा बलों के ठिकाने
अयोध्या मंदिर विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले के मद्देनजर सुरक्षातंत्र ने तैयारी तेज कर दी है। फैसला चाहे जो हो पर प्रशासन हर परिस्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने में जुटा है। फोर्स के लिए ठिकाने चिह्नित किए जा रहे हैं। यहां तक कि माध्यमिक शिक्षा विभाग से तकरीबन दो सौ विद्यालयों का नाम मांगा गया है। इन दिनों शिक्षा भवन में यही सूची तैयार की जा रही है।
अयोध्या : मंदिर विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले के मद्देनजर सुरक्षातंत्र ने तैयारी तेज कर दी है। फैसला चाहे जो हो पर प्रशासन हर परिस्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने में जुटा है। फोर्स के लिए ठिकाने चिह्नित किए जा रहे हैं। यहां तक कि माध्यमिक शिक्षा विभाग से तकरीबन दो सौ विद्यालयों का नाम मांगा गया है। इन दिनों शिक्षा भवन में यही सूची तैयार की जा रही है।
तहसीलवार ऐसे विद्यालय चिह्नित किए जा रहे हैं, जो सुरक्षा बलों के ठहरने के मुफीद हैं। माध्यमिक विभाग के चार सौ से अधिक कॉलेज हैं। इसी में से दो सौ विद्यालय मांगे गए हैं। मवई व रुदौली क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य तहसीलों में विद्यालय चिह्नित किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन स्कूल, कॉलेज, बड़े गोदाम और बड़े परिसर वाले मंदिरों के जिम्मेदारों से संपर्क कर स्थान आरक्षित करने की तैयारी चल रही है। कुछ स्थान चिह्नित हो चुके हैं। माना जा रहा है कि फैसले के मद्देनजर तैयारी करने का निर्देश शासन की ओर से मिला है। दस हजार से अधिक अतिरिक्त फोर्स आने की संभावना जताई जा रही है।
पैरामिलिट्री फोर्स जुड़वा शहरों में गश्त कर चुकी है। इसे शहर की भौगोलिक स्थिति समझने व रूटमैप तैयार करने की कवायद माना जा रहा है। फोर्स की मूवमेंट व तैनाती कैसे होगी? इसे लेकर अंदर ही अंदर विशेष रणनीति बनाई जा रही है। यह तैयारी अभी पर्दे के पीछे है, जो दीपोत्सव बीतने के बाद और गति पकड़ेगी। संवेदनशीलता इतनी है कि दीपोत्सव के पहले शिक्षा विभाग इसे पूरा कर लेना चाहता है। नाकाबंदी के लिए मार्गों पर बैरियर, बंकर आदि बनाने के लिए स्थान चिह्नित करने का कार्य दीपोत्सव तक पूरा कर लेने की संभावना है। जिला विद्यालय निरीक्षक आरबीएस चौहान कहते हैं कि विद्यालयों की सूची जल्द ही प्रशासन को सौंप देंगे।