कृषि विवि में मछलियों के पोस्टमार्टम की सुविधा भी
अयोध्या : नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने किसानों की सहूलियत के लिए नई पहल की है।
अयोध्या : नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने किसानों की सहूलियत के लिए नई पहल की है। इसके अंतर्गत मत्स्य महाविद्यालय में अब मृत मछलियों के पोस्टमार्टम की सुविधा प्रारंभ की है। इसके माध्यम से मछलियों में फैलने वाली बीमारी के बारे में किसानों को बताया जाता है, जिससे किसान तालाब की अन्य मछलियों में बीमारी फैलने से समय रहते रोकथाम कर सकें।
कई वर्षों से मत्स्य महाविद्यालय में शिक्षण व प्रायोगिक कार्य तो होते रहे पर किसानों का जुड़ाव कम था। यहां कई तालाब बने हैं। लैब हैं, जहां शिक्षकों, वैज्ञानिक व छात्र-छात्राएं मछलियों पर अध्ययन करती हैं, लेकिन कुछ महीने पूर्व जब डीन की जिम्मेदारी डॉ.हरनाम सिंह को मिली, तब से कॉलेज में शोध व उसका सामाजिक सरोकार बढ़ा। किसानों के लिए मछली बीज उत्पादन शुरू करने का एलान किया गया। साथ ही मृत मछलियों के पोस्टमार्टम की सुविधा भी सुलभ की गई। डीन डॉ. हरनाम सिंह ने बताया कि सुविधा शुरू है, किसान इसका फायदा भी उठा रहे हैं।
मछलियों के इलाज में सहायक है पोस्टमार्टम
अयोध्या: मत्स्य महाविद्यालय के डीन डॉ. हरनाम सिंह ने बताया कि जिस किसान के तालाब में किसी वजह से मछलियों मृत होती है, तो इन्हीं मछलियों के पोस्टमार्टम की सुविधा है। महाविद्यालय के लैब में इनका पोस्टमार्टम होता है। इससे उस बीमारी का पता लगाया जाता है, जिसकी वजह से मछली मृत ह़ुई। बाद में इसकी जानकारी किसानों को दी जाती है। वे तालाब की अन्य जीवित मछलियों को रोग के संक्रमण से बचा सके। उन्होंने बताया कि किसानों को मछलियों की बीमारी से बचाने का उपाय भी बताया जाता है। पालन-पोषण का तरीका भी बताया जाता है।