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.. जब मंडी में एसडीएम ने दिलवाए टोकन

जागरण संवाददाता इटावा अचानक कृषि मंडी पहुंचे एसडीएम सदर सिद्धार्थ ने सरकारी धान क्रय कें

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 06:47 PM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 06:47 PM (IST)
.. जब मंडी में एसडीएम ने दिलवाए टोकन
.. जब मंडी में एसडीएम ने दिलवाए टोकन

जागरण संवाददाता, इटावा : अचानक कृषि मंडी पहुंचे एसडीएम सदर सिद्धार्थ ने सरकारी धान क्रय केंद्र पर टोकन लेने को परेशान किसानों को देखा तो केंद्र प्रभारी को फटकार लगाई। वहां उपस्थित सभी किसानों को टोकन दिलवाए। इसी के साथ आढ़तियों का भी स्टॉक चेक किया, इससे मंडी परिसर में खलबली हो गई।

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गुरुवार को अपराह्न के समय एसडीएम सदर सिद्धार्थ मंडी पहुंचे तो क्रय केंद्रों पर किसान टोकन पाने तथा धान बेचने के लिए परेशान दिखे। विस्तृत जानकारी करने के पश्चात केंद्र प्रभारियों की क्लास लगाकर किसानों को टोकन दिलवाए। जिन किसानों का धान सही नहीं था उनको धान साफ करके सुखाकर लाने के लिए प्रेरित किया। मंडी परिसर में चक्कर लगाकर आढ़तियों की दुकानों के सामने लगे धान के ढेर तथा अभी तक की बिक्री को लेकर स्टॉक रजिस्टरों को गहनता से निरीक्षण किया। कई आढ़तियों ने स्टॉक रजिस्टर मेंटेन नहीं कर रखा था उनको कड़े निर्देश दिए।

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फोटो- 25

बारिश में भीगा धान सुखाने में जुटे क्रय केंद्र प्रभारी

संवाद सहयोगी, भरथना : तीन दिन पहले हुई बरसात से कृषि उत्पादन मंडी समिति में संचालित धान खरीद केंद्र पर रखी सैकड़ों धान की बोरियों में भरे धान भीग जाने के कारण उन्हें केंद्र संचालकों द्वारा सुखाया जा रहा है। दीपावली की पड़वा वाली रात में हुई बेमौसम बरसात से भरथना कृषि उत्पादन मंडी समिति में संचालित सरकारी धान खरीद केंद्रों के बाहर किसानों से खरीदा गया सैकड़ों बोरी धान कुछ हद तक भीग गया था। अब केंद्र संचालकों द्वारा भीगी धानों की बोरियों को खोलकर उन्हें फर्श पर फैलाकर सुखाया जा रहा है। इसी क्रम में मंडी समिति परिसर में संचालित कई आढ़तियों की दुकानों के बाहर भी रखी धान की बोरियां भीग जाने के कारण वह भी अपने-अपने फड़ों के बाहर फैलाकर सुखा रहे हैं। आढ़तिया संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र यादव, महामंत्री नवरतन सिंह यादव, असित यादव ने बताया कि आढ़तों पर लगे किसानों के धान की फसल तथा बोरियों में भरा धान भीग जाने से धान की गुणवत्ता प्रभावित हो जाती है। भीगे हुए धान का उचित मूल्य भी नहीं मिल पाता है।


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