खाली प्लाटों में जलभराव, बीमारी फैलने का खतरा
संवादसूत्र बकेवर लखना कस्बे के बाईपास के आसपास रहने वाले वाशिदे नारकीय जीवन व्यतीत करन
संवादसूत्र, बकेवर : लखना कस्बे के बाईपास के आसपास रहने वाले वाशिदे नारकीय जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं। यहां सड़क किनारे से लेकर आवासीय क्षेत्र तक खाली प्लाटों में जलभराव और गंदगी व्याप्त है। यह गंदगी मच्छरों के पनपने का ठिकाना बनी हुई है। ऐसे में यहां रहने वाले वाशिदों का बुरा हाल है। संक्रामक रोग फैलने का खतरा भी लगातार बना हुआ है। शिकायतों के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती। बाईपास किनारे क्षेत्र पंचायत द्वारा नाले का निर्माण कराया गया है। सड़क निर्माण के दौरान नाले का कार्य आधा-अधूरा छोड़ दिया गया था। इस कारण नाले से निकलने वाला पानी सड़क किनारे और आवासीय क्षेत्रों के खाली प्लाटों में एकत्र हो रहा है। शाम होते ही यहां मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। आसपास संक्रामक रोग फैलने की भी आशंका बढ़ी हुई है। बाहर से आने वाले लोग यहां से नाक पर हाथ या रूमाल रखकर निकलने को मजबूर हैं।
जिला पंचायत सदस्य सुदेश कुमारी पाल ने बताया कि महेवा क्षेत्र पंचायत समिति द्वारा स्वीकृत नाले का निर्माण पूरा नहीं कराया गया है, जबकि कई बार नाला निर्माण को लेकर शिकायतें भी की जा चुकी हैं। नाला नहीं बनने के कारण ही जलभराव की समस्या बनी हुई है और इस गंदे पानी से संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका है। वह इस समस्या के निराकरण के लिए जल्द ही जिलाधिकारी से मुलाकात करेंगी।
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स्वास्थ्य केंद्रों को मिले चार जनरेटर
जागरण संवाददाता, इटावा : बीते दूसरे दौर में जब कोरोना की लहर आई थी, तो उस समय बिजली की कमी के कारण आक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो सकी थी, जिसका खामियाजा मरीजों की उठाना पड़ा था। संभावित तीसरी लहर को लेकर ही जहां अस्पतालों में आक्सीजन की व्यवस्था की गई है वहीं प्लांट को चलाने के लिए सरकार ने चार जनरेटर उपलब्ध करा दिये हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भगवानदास ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदी, बकेवर, भरथना व जिला अस्पताल के लिए एक-एक जनरेटर उपलब्ध करा दिया है। एक जनरेटर एल-2 के लिए और मांगा गया है। जनरेटर मिलते ही बिजली पर आश्रित नहीं रहेंगे।