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इटावा में तीसरे दिन भी पारा चार पर, कड़ाके की सर्दी जारी

जागरण संवाददाता इटावा शुक्रवार को भी कड़ाके की सर्दी का सितम जारी रहा पारा तीसरे

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 10:23 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 10:23 PM (IST)
इटावा में तीसरे दिन भी पारा चार पर, कड़ाके की सर्दी जारी
इटावा में तीसरे दिन भी पारा चार पर, कड़ाके की सर्दी जारी

जागरण संवाददाता, इटावा : शुक्रवार को भी कड़ाके की सर्दी का सितम जारी रहा, पारा तीसरे दिन लगातार चार डिग्री पर बरकरार रहा। सुबह कोहरा छाने से यातायात प्रभावित हुआ। सुबह नौ बजे सूरज की चमक भरपूर होने पर सड़कों पर चहल-पहल हुई। तापमान सुबह न्यूनतम 4 तो दोपहर में अधिकतम 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम की मार से आम जनमानस आहत है।

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कड़ाके की सर्दी का सितम अभी कम नहीं हो रहा है, बीते तीन दिन सुबह छह से आठ बजे के मध्य न्यूनतम तापमान 4 डिग्री पर बना रहता है। इस दौरान कोहरा छाने से हालात और ज्यादा बदहाल होते है। विवशता के तहत आवागमन करने वालों का बुरा हाल नजर आता है। शुक्रवार को इतनी राहत मिली कि सुबह दस से अपराह्न तीन बजे तक सूर्यदेव की चमक भरपूर होने से धूप खिली जिससे बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर तो चहल-पहल हुई ही साथ ही अधिकांश लोगों ने कपड़ों को धूप में डालकर उनमें व्याप्त नमी को उड़ाया। शाम होते ही वातावरण में फिर से सर्दी की गलन बढ़ गई। जिससे सड़कों पर सन्नाटा सा पसरा नजर आया।

पाला गिरने से किसानों पर संकट

कड़ाके की सर्दी के कहर से आलू-सरसों तथा अन्य सब्जी उत्पादक किसानों पर संकट के बादल मंडरा रहे है। बीते दो दिनों से कोहरा के साथ कुछ देर के लिए पाला भी गिर रहा है। इससे उपरोक्त फसलें प्रभावित हो रही है। जिन किसानों ने आलू में पानी नहीं लगाया था उनकी फसल पाला से झुलस गई। यह मौसम सिर्फ गेहूं की फसल के लिए लाभदायक है अन्य के लिए खतरनाक साबित हो रहा है।

अभी आगामी सप्ताह तक शीतलहर

कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय का कहना अभी पहाड़ों से जारी शीतलहर आगामी सप्ताह तक जारी रहेगी हालांकि 17 जनवरी से न्यूनतम तापमान बढ़ने लगेगा जिससे दिन में राहत मिलेगी। 21 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ फिर से सक्रिय होगा जिससे पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश होगी। इससे मैदानी क्षेत्र में मौसम साफ रहने से कुछ दिनों तक राहत मिलेगी। किसान कृषि वैज्ञानिकों की सलाह के अनुरूप फसलों की सुरक्षा करने में कोताही नहीं बरतें।


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