अनुच्छेद 370 समाप्त होने से जम्मू-लद्दाख में नए युग की शुरूआत
जागरण संवाददाता इटावा भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को केंद्र सरकार के धारा 370 समाप्त करने के फैसले को सही ठहराया है। पार्टी कार्यालय पर वार्ता करते हुए सांसद रामशंकर कठेरिया जिला प्रभारी सत्यपाल सिंह जिलाध्यक्ष शिव
जागरण संवाददाता, इटावा : भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को केंद्र सरकार के अनुच्छेद 370 समाप्त करने के फैसले को सही ठहराया है। पार्टी कार्यालय पर वार्ता करते हुए सांसद रामशंकर कठेरिया, जिला प्रभारी सत्यपाल सिंह, जिलाध्यक्ष शिव महेश दुबे, सदर विधायक सरिता भदौरिया, भरथना विधायक सावित्री कठेरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के साहसिक निर्णयों से अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद जम्मू कश्मीर व लद्दाख में नए युग की शुरूआत हुई है। अब जम्मू कश्मीर के भाई बहन देश के विकास की मुख्य धारा में आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि जनसंघ के गठन के साथ ही एक देश एक निशान और एक प्रधान का संकल्प लेकर हम आगे बढ़े थे जो संकल्प आज पूरा हो गया है। सरदार पटेल, बाबा साहब आंबेडकर, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी व अटल बिहारी वाजपेयी का सपना पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 व 35ए ने जम्मू कश्मीर को अलगाववाद, आतंकवाद, परिवारवाद व भ्रष्टाचार दिया। जिसका लाभ केवल तीन परिवारों को मिला। जनता मौलिक अधिकारों से वंचित रही। पाकिस्तान द्वारा देश के खिलाफ उसे इस्तेमाल किया गया। अब तक वहां पर 42 हजार से अधिक निर्दोष लोग जान गवां चुके हैं। धारा 370 हटने के बाद वहां के लोगों का वर्तमान भी सुधरेगा और भविष्य भी सुरक्षित होगा। देश के कानून वहां पर लागू होंगे, बच्चों को शिक्षा का अधिकार, अल्पसंख्यक कानून, आरक्षण का लाभ, पुलिस को केंद्र शासित प्रदेश की सुविधाएं, प्राइवेट सेक्टर की बड़ी कंपनियों के रोजगार, प्रधानमंत्री स्कालरशिप जैसे लाभ लोगों को मिलने लगेंगे।
उन्होंने कहा कि आज जो लोग इस अनुच्छेद का विरोध कर रहे हैं वे पूछना चाहते हैं कि पिछले सात दशकों में इस अनुच्छेद ने जम्मू कश्मीर के लोगों को क्या दिया। केंद्र सरकार की कोई भी योजना वहां पर लागू नहीं हो सकती थी। अब जम्मू कश्मीर सरकार कोई मौलिक अधिकार नहीं छीन सकेगी। आज समाजवादी पार्टी अनुच्छेद 370 के खिलाफ खड़ी है लेकिन डॉ. राम मनोहर लोहिया ने संसद में कहा था कि जब तक अनुच्छेद 370 है तब तक भारत और कश्मीर में एकरूपता नहीं आ सकती।
कश्मीर को पंडित नेहरू ने डील किया था जो समस्या आज तक खड़ी हुई है। रमाकांत शर्मा, कृपा नारायण तिवारी, विमल भदौरिया, प्रशांत राव चौबे, गोपाल मोहन शर्मा, अन्नू गुप्ता, अजय धाकरे, हरीओम दुबे, रामकुमार चौधरी, करन सिंह, राजबर्धन सिंह, संजीव राजपूत, शिवाकांत चौधरी, राजेंद्र गुप्ता, मुकेश यादव, अनूप जाटव, मनीषा शुक्ला, प्रदीप सविता, विरला शाक्य, ज्योति वर्मा, देवेंद्र सिंह पुत्तन भी मौजूद थे।