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अंदावा घाट पर सैक्चुअरी ने नावों पर लगाया प्रतिबंध

संवाद सूत्र बकेवर महेवा विकास खंड की बीहड़ी ग्राम पंचायत अंदावा यमुना घाट पर सैकड़ों

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 03:14 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 06:57 PM (IST)
अंदावा घाट पर सैक्चुअरी ने नावों पर लगाया प्रतिबंध
अंदावा घाट पर सैक्चुअरी ने नावों पर लगाया प्रतिबंध

संवाद सूत्र, बकेवर : महेवा विकास खंड की बीहड़ी ग्राम पंचायत अंदावा यमुना घाट पर सैकड़ों वर्षों से चलाई जा रही नावों के परिचालन पर सैक्चुअरी विभाग ने प्रतिबंध लगा दिया है जिससे दो दर्जन गांवों के लोगों में भारी आक्रोश है और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से नावों के चलवाने की मांग की है। महेवा विकास खंड के अंदावा स्थिति यमुना घाट से नावों के संचालन से तकरीबन एक दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों को आवागमन करने मे सुगमता थी। वहीं यह यमुना घाट सीधे चंबल घाटी से जोड़़ने का काम भी करता था। ग्रामीण बताते हैं कि जून माह से पीपों का पुल भी हट जाने से आधा सैकड़ा से अधिक गांवों के लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। महेवा विकास खंड के गांवों का संपर्क भी चंबल घाटी से खत्म हो गया है। यही नहीं ब्लॉक के करीब दो दर्जन गांव जो चकरनगर तहसील से जुड़े हैं वहां के ग्रामीणों को तहसील तक पहुंचने के लिए सात किलोमीटर की बजाय अब महेवा-बकेवर-लखना होकर 30 से 35 किलोमीटर का चक्कर लगाकर चकरनगर तहसील जाना पड़ता है।

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अंदावा व नोगवां के पास सैकड़ों वर्ष पुराने घाट होने से यहां हर वर्ष पीपों का पुल अक्तूबर में बना दिया जाता है, जो मध्य जून तक चलता है। ग्रामीणों का कहना है कि इस वर्ष यह पुल फरवरी में बनाने के बाद 15 जून को हटा दिया गया, जबकि पुल होने से महेवा और चकरनगर ब्लॉक के करीब आधा सैकड़ा गांवों के लोगों का आवागमन सुगमता से होता था। लेकिन पुल हटने के बाद नावों का चलन भी सैक्चुअरी विभाग ने जुलाई के पहले सप्ताह से बंद करा दिया। इसकी वजह से अब चकरनगर तहसील से जुड़े गांवों के लोगों को चक्कर लगाकर जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पहली बार नाव का चलन बंद किया गया है। ग्राम प्रधान ममता देवी का कहना है कि वह अपने कार्यकाल में दो बार ब्लॉक व जिला स्तर पर अधिकारियों को लिखित रूप से अवगत करा चुकी हैं। अब नाव का संचालन भी बंद होने की जानकारी हुई है। जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को अवगत कराएंगे। पुल निर्माण की मांग सांसद व क्षेत्रीय विधायक से की जाएगी। ब्लॉक प्रमुख महेवा अशोक चौबे ने बताया कि इस बारे में डीएफओ व डीएम सहित प्रभारी मंत्री को समस्या से अवगत कराकर समाधान का प्रयास करेंगे। चकरनगर के प्रभावित गांव कांयछी, नौगवां, चीतों की मड़ैया, गोहानी, ककरैया, खिरीटी, रनिया, छिबरोली, गोपालपुर, कुंदौल, बछेड़ी, पालीघर, रमपुरा, महाराजपुर, तेजपुरा, गनियावर आदि। महेवा ब्लॉक के प्रभावित गांव अंदावा, मड़ैया अहिरान, मड़ैया मल्लाहन, बंगलन, दिलीपनगर, पुरावली, हनुमंतपुर, लाखी, विनायकपुर, रतनपुर, मेंहदीपुर, रामनगर, नगला छिद्दी, नगला खाद, ढकाताल, बरौख, बिरहाई, इकनोर आदि। नाव का संचालन कानूनी तौर पर अवैध है, यदि कोई घटना दुर्घटना होती है तो कौन जिम्मेदार होगा। नाव संचालक उच्चाधिकारियों से आदेश लेकर ही नावों का संचालन कर सकेंगे। हरिकिशोर शुक्ला, रेंजर चंबल सैक्चुअरी क्षेत्र


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