रेलवे फुटओवर ब्रिज लगाएंगे हादसों पर ब्रेक
जागरण संवाददाता इटावा रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान आए दिन हो रहे हादसों पर अब
जागरण संवाददाता, इटावा : रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान आए दिन हो रहे हादसों पर अब बनाए जा रहे दो फुट ओवरब्रिज ही ब्रेक लगाएंगे। दोनों पुलों का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है, जिससे निकट भविष्य में निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। इससे लाइन पार क्षेत्र की जनता को रेलवे ट्रैक पार करने के लिए तीनों स्थानों पर पुल बेहतरीन माध्यम होंगे। इटावा जंक्शन के दोनों ओर करीब 8 किमी की दूरी में आबादी क्षेत्र होने से पैदल आवागमन करने वाले अधिकांश लोग एफओबी (फुट ओवरब्रिज) के अभाव में जान पर खेलकर रेलवे ट्रैक पार करते हैं। डेढ़ दशक पूर्व फर्रुखाबाद क्रासिग के पास ओवरब्रिज बनाया गया लेकिन उसमें फुटपाथ न होने से लोगों को ट्रैक ही पार करना पड़ रहा है। इससे आए दिन लोग ट्रेनों की चपेट में आकर काल के गाल में समा रहे हैं। पूर्व विधायक अशोक दुबे ने फर्रुखाबाद क्रासिग पर एफओबी के लिए काफी संघष्र् किया, उनको सफलता बीते साल तब मिली जब पूर्व एससी-एसटी आयोग चेयरमैन एवं सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने रेलवे मंत्रालय में लगातार पहल करके एफओबी तथा रामनगर क्रासिग पर ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति कराई। कोरोना काल के चलते प्रदेश सरकार ने अभी ओवरब्रिज के लिए धन स्वीकृत नहीं किया है लेकिन रेलवे प्रशासन ने बीेते माह जुलाई से दो जगह एफओबी का निर्माण शुरू करा दिया था जिसका निर्माण कार्य तेजी से जारी है। इन दोनों एफओबी के बनते ही तीन एफओबी से लाइन पार के लोगों को आवागमन की राहत मिल जाएगी। सुविधाजनक होंगे दोनों एफओबी
जंक्शन पर करीब 6 करोड़ रुपये की लागत से चोर गेट प्लेटफार्म नंबर एक से लाइन पूर्व सांसद रघुराज सिंह के आवास के समीप सड़क पर 85 मीटर लंबाई और चार मीटर चौड़ाई का एफओबी बनाया जा रहा है। प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 तथा प्लेटफार्म नंबर 4 और 5 पर 20 मीटर लंबाई की सुविधाजनक सीढ़ी बनाई जा रही है। फर्रुखाबाद क्रासिग पर करीब दो करोड़ रुपये की लागत से 32 मीटर लंबाई तथा 10 मीटर चौड़ाई का बनाया जा रहा है। एक एफओबी जंक्शन के पूर्वी ओर पूर्व से बना हुआ है, इससे तीन एफओबी हो जाएंगे। दोनों एफओबी का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। इससे उम्मीद है कि जल्द ही दोनों का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। इससे ट्रैक पर होने वाले हादसों पर काफी हद तक अंकुश लगेगा।
- पीएम मीना, स्टेशन अधीक्षक