इटावा में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उलझी बेबी की मौत की गुत्थी
संवादसूत्र बकेवर लवेदी के पहाड़पुर गांव की 23 वर्षीय बेबी के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट न
संवादसूत्र, बकेवर : लवेदी के पहाड़पुर गांव की 23 वर्षीय बेबी के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उसकी मौत की गुत्थी को और उलझा दिया है। स्वजन ने हत्या में चार को आरोपित किया है और शरीर पर हल्की चोटों के निशान पाए गए थे जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की डूबने से मौत होना बताया गया है। पुलिस ने बुधवार को बेबी के कुछ स्वजन के मोबाइल फोन कब्जे में ले लिए हैं तथा कुछ रिश्तेदार को थाना पर पूछताछ के लिए बैठाया है। पोस्टमार्टम के बाद भारी पुलिस फोर्स की सुरक्षा में लाए गए शव को देर शाम यमुना के डिभोली घाट पर प्रवाहित कर दिया गया। पहाड़पुर गांव के बाहर तालाब में मंगलवार की सुबह बेबी का शव उतराता पाया गया था। वह 20 नवंबर को तड़के करीब साढ़े पांच बजे नित्य क्रिया करने जाते समय से लापता थी। भाई रिकू पाल ने गांव के ही दो नामजद सहित चार लोगों के विरुद्ध अपहरण कर हत्या कर शव तालाब में फेंक देने का मामला दर्ज कराया था। थानाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह ने बेबी के शरीर पर कुछ हल्की चोट के निशान की पुष्टि की है। आरोपितों को सुराग लगा पाने में पुलिस नाकाम
बकेवर : तालाब से शव बरामदगी के 36 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी पुलिस हत्या आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यह भी पता नहीं लगा सकी है कि खुद बेबी कातिल के पास चलकर पहुंची थी या नित्य क्रिया को जाने पर खुद कातिल उसके पास पहुंचा था। लोगों के जेहन में सवाल तैर रहा है कि आखिर बेबी की मौत की वजह क्या है, क्या वह तालाब में खुद डूबकर मरी या फिर हत्या आरोपितों ने उसे तालाब में डुबाकर मारा। इन सवालों के जवाब पाने के लिए हत्यारोपितों के गिरफ्त में आने तक का इंतजार करना होगा। फिलहाल हत्यारोपितों पर शिकंजा कसने के लिए उनके आधा दर्जन रिश्तेदारों को हिरासत में लिया गया है। बेबी मुख्य हत्यारोपित वेदप्रकाश उर्फ टुन्नी के संपर्क में थी, इसका खुलासा स्वयं बेबी के भाई रिकू ने उस समय किया था जब उसके गुमशुदा होने पर उसके बैग की तलाशी लेने पर बैग से मिले लॉकेट पर टिन्नू का नाम अंकित था। पेशबंदी में लूट की कहानी बता पुलिस को किया गुमराह
संवाद सहयोगी, भरथना : ग्राम गढि़या सरावा में लूट की कहानी गढ़ते हुए पुलिस को गुमराह किया गया। ऐसी चाल पेशबंदी में चली गई। पुलिस का मानना है कि मारपीट के मामले में जेल में बंद लोगों के स्वजनों ने एक साजिश के तहत फर्जी लूट की खबर को एक अखबार में प्रकाशित कराया है।
गढि़या सरावा गांव के बृजेश कुमार ने बताया कि गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उसके स्वजन के साथ मारपीट कर घायल कर दिया गया था। इस संबंध में पुलिस ने आरोपित पर मामला पंजीकृत उसे जेल भेज दिया। वह अभी जेल में है। आरोपित की पत्नी ने पीड़ित पर दबाव बनाने की मंशा से तमंचे के बल पर महिलाओं को बंधक बनाकर जेवर, नकदी लूट ले जाने का समाचार प्रकाशित करा दिया। इससे नगर और देहात क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है। गांव के लोगों ने बताया कि दोनों पक्षों की महिलाओं में रात में कहासुनी हो गई थी, जिसकी सूचना पर पहुंची पीआरबी पुलिस ने पूरे मामले को शांत करा दिया था। लूटपाट की बात पूरी तरह फर्जी है। लोगों का कहना है कि पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाने के लिए आरोपित पक्ष ने यह चाल चली है। थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार ने लूट की घटना को फर्जी बताया है। उन्होंने बताया कि महिलाओं में कहासुनी की सूचना पर पुलिस मौके पर गई थी और मामले को शांत करा दिया था। कहासुनी के मामले में पुलिस को तहरीर नहीं मिली है।