खूनी लूट का खुलासा करने में पुलिस नाकाम
संवाद सहयोगी ऊसराहार दिन दहाड़े लूट और गोली मारकर हत्या के मामले में दस दिन बीत जान
संवाद सहयोगी, ऊसराहार : दिन दहाड़े लूट और गोली मारकर हत्या के मामले में दस दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस खाली हाथ है। एससी आयोग के अध्यक्ष सांसद रामशंकर कठेरिया द्वारा नाराजगी जताने के बाद किसी भी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई तो दूर पीड़ित के गांव तक कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। घटना का खुलासा न होने से पीड़ित परिवार में नाराजगी व्याप्त है।
थाना ऊसराहार क्षेत्र में 19 जून को भरथना के आलमपुर बिवौली निवासी दयाशंकर शाक्य की लूटपाट कर बाइकर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के खुलासे के लिए अधिकारियों द्वारा कई टीमें सक्रिय होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन अभी तक अपराधी पकड़ से दूर हैं। मृतक की पत्नी देवकी का कहना है कि उन्हें कोई भी आर्थिक सहायता नहीं मिली है। उनको दो छोटी बेटियों के भविष्य की चिता है। मृतक के भाई विनय शाक्य ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले में शुरूआत से ही ढील बरत रही है। सांसद द्वारा आश्वासन दिया गया था लेकिन गांव में अभी तक कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है, न ही उनके परिवार को कोई आर्थिक सहायता दी गई है। अपराध हल्का करने से अपराधियों के हौसले बुलंद क्षेत्र में घटित होने वाले अपराधों को पुलिस द्वारा हल्का किए जाने अथवा गंभीरता से न लेने की वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। थाना क्षेत्र में बिधूना मार्ग पर स्थित मालती फिलिग स्टेशन पर 20 दिन पहले दो लाख रुपये की चोरी हुई थी। सूचना पर थाना ऊसराहार पुलिस पहुंची थी लेकिन मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। इसी तरह समथर मार्ग पर रतहरी गांव के युवक की बाइक लूट लिए जाने के मामले में पीड़ित ने ही थाना ऊसराहार पुलिस पर लूट का मामला चोरी में दर्ज करने का आरोप लगाया था। इस तरह की कई अन्य घटनाएं हैं, जिनमें मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।