धान रोपाई हुई तेज, किसानों के खिले चेहरे
संवादसूत्र बकेवर झमाझम बारिश होने पर अन्नदाता अब तेजी से धान की रोपाई में जुट गए है
संवादसूत्र, बकेवर :
झमाझम बारिश होने पर अन्नदाता अब तेजी से धान की रोपाई में जुट गए हैं, अधिकतर किसान धान की नर्सरी को अब खेती का आकार देने में जुटा है।
क्षेत्र में धान की रोपाई को जून महीने के आखिरी सप्ताह में किसानों ने नर्सरी तैयार कर ली थी लेकिन इस बार बारिश का इंतजार करते किसानों की हालत खराब होने लगी थी। हालत यह रही कि बीते दो सप्ताह से आसमान मे कालेबदरा तो खूब छाए लेकिन वे बरसे नहीं। इंद्रदेव की कृपा अवश्य रही कि क्षेत्र मे कहीं बूंदाबांदी अवश्य हुई जिससे मौसम खुशगवार हुआ लेकिन धान की फसल के लिए पर्याप्त पानी नहीं हुआ। बीते दो दिन से बारिश होने से धान की रोपाई तेजी से शुरू हो गई है। गांव नगला बसान के युवा किसान हरगोविद ढाई बीघा खेत में धान की रोपाई में जुटे थे। महिलाओं की टोली के साथ धान रोपने में जुटी सुनीता ने बताया कि इस रकबा में धान की रोपाई चार घंटे में कर दी जाएगी। सोने पर सुहागा
चार दिन पूर्व भोगनीपुर नहर में पानी आने के बाद उससे जुड़े रजबहा और माइनर में भी पानी से लबालब होने से किसान बारिश का इंतजार छोड़कर धान रोपाई में जुट गए थे। अब बारिश होने से सोने पर सुहागा वाली कहावत चरितार्थ हो गई है। कृषि मंडी में कारोबार प्रभावित
जासं, इटावा : झमाझम बारिश होने से कृषि मंडी परिसर में जलभराव और गंदगी से बदतर हालात हो गए। लेकिन मंडी प्रशासन ने इस ओर कोई माकूल व्यवस्था नहीं की है। इसका खामियाजा मंडी में कारोबार करने वाले आढ़तियों के साथ किसानों और व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है। सोमवार को उनका कार्य प्रभावित रहा। फल-सब्जी मंडी एसोसिएशन सदस्य इमरान राइनी का कहना है कि सफाई के नाम पर कर्मी सारा कचरा नालियों में डाल देते हैं। इसकी सड़ांध से मंडी में कारोबार करना मुश्किल है। बारिश होने पर यह सड़ा कचरा गंदगी के रूप में बहता है।