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धनुआं में 20 अप्रैल से बंद है ओपीडी

संवाद सहयोगी जसवंतनगर ग्राम धनुआं में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है। यहां 20 अप्रैल से ओप

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 06:07 PM (IST)Updated: Sun, 30 May 2021 06:44 PM (IST)
धनुआं में 20 अप्रैल से बंद है ओपीडी
धनुआं में 20 अप्रैल से बंद है ओपीडी

संवाद सहयोगी, जसवंतनगर : ग्राम धनुआं में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है। यहां 20 अप्रैल से ओपीडी बंद है। गांवों में अधिकांश घरों में इन दिनों कोई न कोई बुखार समेत कोविड के लक्षणों वाली समस्या से ग्रसित है। लेकिन ऐसे समय में करीब 25 ग्राम व मजरों के ग्रामीण इलाकों में स्थित नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उनकी मदद नहीं कर पा रहा है। यहां न दवाएं हैं न पर्याप्त मेडिकल स्टाफ है।

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अधिकांश घरों में बुखार एवं खांसी-जुकाम के रोगी हैं, लेकिन पीएचसी में उनको इलाज ही नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य केंद्र से मरीज बैरंग लौट रहे हैं। ग्राम धनुआं में स्थित नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त स्टाफ नहीं है। जरूरी दवाओं का भी टोटा है। कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बावजूद यहां जांच के कोई बंदोबस्त नहीं किए गए। काफी लापरवाही बरती जा रही है। सफाई कर्मी की तैनाती न होने से यहां अस्पताल परिसर में गंदगी फैली हुई है। जबकि अस्पताल परिसर में निर्मित आवासीय कमरों में स्टाफ के स्थानों पर ग्रामीणों की दखलंदाजी से कब्जा हुए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण शहर से गांवों तक पहुंच चुका है। अस्पताल परिसर में गंदगी पसरी हुई है।

ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम बलरई व धनुआं में दो नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। हालांकि बलरई में दो डॉक्टर सहित 6 कर्मचारियों की तैनाती से हालत में कुछ सुधार है। लेकिन ग्राम धनुआं में डॉक्टरों का टोटा है। एक फार्मासिस्ट मनोज कुमार डॉक्टर बनकर मरीजों को संतुष्ट करने में जुटा है। अन्य कर्मी बिना रोकटोक मन मुताबिक आते जाते हैं। यहां करीब 25 गांवों की लगभग 50 हजार आबादी पर अस्पताल में डॉक्टर के नाम पर फार्मासिस्ट ही डॉक्टर हैं। पीएचसी में कुशल चिकित्सक के साथ दवा भी नहीं मिलती है।

ग्राम निवासी महाराज, दीवान सिंह आदि ग्रामीणों का कहना है कि यहां डॉक्टर के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मी भी नहीं आते। ग्रामीणों को इलाज के लिए सीधे कस्बा की सीएचसी या शहर ही जाना पड़ता है। कोरोना की जांच भी नहीं होती। हालांकि अभी तो ओपीडी बंद चल रही है। इस वजह से मरीजों की आवाजाही बंद है।

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धनुआं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जो कमियां हैं उनको ठीक किया जाएगा और ग्रामीणों को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी।

डा. सुशील कुमार, अधीक्षक

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जसवंतनगर


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