इटावा में ओएचई टूटकर इंजन में फंसा, दर्जन भर ट्रेन का रूट बदला
दिल्ली-हावड़ा रेलवे रूट पर कल देर रात इटावा के पास नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पेंटो से ओवरहेड इलेक्टिक (ओएचई) लाइन टूटने और इंजन में फंसने के कारण ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया।
इटावा (जेएनएन)। देश के सबसे व्यस्त रेलवे रूट दिल्ली-हावड़ा पर कल देर रात इटावा के भदवारा के पास नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पेंटो (इंजन को ओएचई लाइन से जोडऩे वाला उपकरण) से ओवरहेड इलेक्टिक (ओएचई) लाइन टूटने और इंजन में फंसने के कारण ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया।
इसके कारण लखनऊ इटावा ट्रैक से होकर जाने वाली शताब्दी इटावा में रुकी रही तो बिहार संपर्क क्रांति, गोरखधाम समेत दिल्ली-हावड़ा रूट की कई ट्रेनों को बदले रूट से रवाना किया गया। दिल्ली जा रही मूरी एक्सप्रेस को साम्हो में रोका गया। ऐसे में इटावा, कानपुर सेंट्रल स्टेशन समेत कई स्टेशनों पर यात्रियों को परेशानी हुई। देर रात मरम्मत के बाद ट्रेनों को कॉशन देकर निकाला गया।करीब 5 घंटे ट्रैक प्रभावित रहा । रात करीब 11.30 बजे यातायात सुचारू हो सका।
नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस इटावा के बलरई रेलवे स्टेशन पार करके तेज गति से भदान की ओर बढ़ रही थी तभी शाम किमी 1189-17 के पास ओएचई लाइन का तार टूटकर पेंटो में उलझ गया और लाइन ठप हो गई। इसी सूचना पर इटावा से रेलवे यातायात निरीक्षक डीएस मीणा ओएचई शाखा के इंजीनियरों की टीम के साथ पॉवर वैगन लेकर मौके पर पहुंचे। इस दौरान कानपुर से टूंडला के मध्य ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया। वहां पर स्टेशन अधीक्षक पीएम मीना ने बताया कि 11 बजे के बाद मरम्मत कर ट्रेनों को कॉशन देकर रवाना किया गया।
बदले रूट से गई ट्रेन
दरभंगा से दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस और बरौनी से दिल्ली जाने वाली वैशाली एक्सप्रेस को मुरादाबाद के रास्ते भेजा गया। इसके साथ ही गोरखपुर से हिसार जाने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस भी कानपुर नहीं आई। यह ट्रेन भी मुरादाबाद होते हुए गई। दिल्ली जाने वाले यात्री सेंट्रल स्टेशन पर परेशान रहे। कंट्रोल रूम में यात्रियों को ट्रेनों के संबंध में सही जानकारी नहीं मिली। गोरखपुर से बांद्रा टर्मिनल जाने वाली अवध एक्सप्रेस भी लखनऊ में ही रुकी रही तो अजमेर सियालदाह करीब दो घंटे तक सेंट्रल स्टेशन पर खड़ी रही। कानपुर-टुंडला मेमो, गुवाहटी-बाड़मेर,सीमांचल, हावड़ा-जोधपुर रांची-अजमेर गरीब नवाज एक्सप्रेस, आगरा-इंटरसिटी, ऊंचाहार, फरक्का एक्सप्रेस सहित तीन दर्जन गाडिय़ां विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी कर दी गई।