वोट नहीं तो काम नहीं, रमपुरा व्यास उपेक्षित
संवादसूत्र महेवा ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत बम्होरा हिमांयुपुर का मजरा रमपुरा व्यास 15 वष
संवादसूत्र, महेवा : ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत बम्होरा हिमांयुपुर का मजरा रमपुरा व्यास 15 वर्षों से उपेक्षित है। समस्याएं जीना दुश्वार किए हैं। लोग को गंदे पानी भरे रास्तों से निकलना पड़ता है। कायाकल्प योजना के तहत स्कूल भी सुंदरीकरण से दूर है। मजरा के निवासियों के मुताबिक ग्राम प्रधान इस मजरे के लोगों द्वारा उन्हें वोट न देने का तर्क देते हैं। कहते हैं कि जब वोट नहीं दिया तो वह विकास क्यों करवाएं। काफी शिकवा शिकायत के बाद मजरे में एक गली बनाई गयी, वह भी अधूरी छोड़ दी गई। गांव में न तो सफाई कर्मी आता है और न ग्राम पंचायत सचिव।
रमपुरा गांव में हर वर्ग के करीब 60 परिवार निवास करते हैं। ग्रामीण बताते हैं कि करीब 15 वर्ष पूर्व गांव के बृज किशोर दोहरे प्रधान हुए तो गलियां खंड़जा युक्त बनी थीं, तालाब खोदा गया था। प्राथमिक स्कूल का भी निर्माण गांव के राजकुमार व्यास की दी हुई जगह पर किया गया था। उसके बाद किसी भी प्रधान ने इस गांव की ओर ध्यान नहीं दिया। अब तो हालात यह है कि स्कूल की बाउंड्री चारों ओर से टूट गयी है। झाड़ झांकर उग आए हैं। स्कूल की ओर जाने वाली गली गड्ढ़ों में तब्दील हो गयी है। गली में पानी भरा रहता है।
संतोष पाल का कहना है कि शौचालय अपात्रों को दिए गए, पात्र अभी भी वंचित हैं। रामू व्यास, रविद्र उपाध्याय बताते हैं कि प्रधान इस मजरे की इसलिए उपेक्षा करते हैं क्योंकि उनके मुताबिक यहां के लोगों ने उनको वोट नहीं दिए। ग्राम वासी महताब पाल ने बताया कि गांव के विकास की बात तो दूर प्रधान व सचिव के दर्शन भी दुर्लभ हैं। राधा कृष्ण ने बताया कि गांव में पांच साल के कार्यकाल में एक इंटरलॉकिग गली अधूरी व मानक विहीन बनाई गई। बीडीओ सतीश चंद्र पांडे ने बताया कि ग्रामीणों की ओर से प्रार्थना पत्र आया है, जांच कराई जाएगी।