डीएम की पहल से सचिवों का आंदोलन स्थगित
जागरण संवाददाता इटावा बीते सात दिनों से सीडीओ के खिलाफ आंदोलित पंचायत सचिवों का धरना-प
जागरण संवाददाता, इटावा : बीते सात दिनों से सीडीओ के खिलाफ आंदोलित पंचायत सचिवों का धरना-प्रदर्शन जिलाधिकारी श्रुति सिंह की पहल से सौहार्द का मार्ग निकलने पर स्थगित कर दिया गया। इससे आज गुरुवार से ग्राम्य विकास कार्य फिर से गतिमान होंगे।
ग्राम पंचायत अधिकारी संघ तथा ग्राम विकास अधिकारी संघ ने बीते 14 अक्टूबर से विकास भवन परिसर में सीडीओ पर गंभीर आरोप लगाकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी के नेतृत्व से सचिवों का उत्साह बढ़ गया था। उसी दिन जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया था, उन्होंने ज्ञापन के सभी बिदुओं की जिला विकास अधिकारी डीडी वर्मा से गहनता से छानबीन कराई। बुधवार को डीएम ने सीडीओ, डीडीओ तथा डीपीआरओ के साथ बैठक करके सौहार्दमय समाधान निकालने की रूपरेखा बनाई। इसके पश्चात सीडीओ चले गए तब डीएम ने एडीएम जीपी श्रीवास्तव, डीडीओ तथा डीपीआरओ के साथ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी, जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्र, ग्राम विकास अधिकारी संघ अध्यक्ष पूरन सिंह, मंत्री संजीव श्रीवास्तव, पंचायत अधिकारी संघ अध्यक्ष प्रशांत पोरवाल व मंत्री पंकज यादव के साथ वार्ता करके अधिकतर मांगों का जल्द निस्तारण कराने का आश्वासन देकर सभी को सौहार्दपूर्ण तरीके से शासन की योजनाओं को धरातल पर सार्थक करने के लिए प्रेरित करके धरना प्रदर्शन समाप्त करने पर जोर दिया।
15 दिन में मांगों को पूर्ण करने का वादा
जिलाधिकारी से वार्ता के बाद प्रतिनिधि मंडल नेता हरिकिशोर तिवारी ने धरना स्थल पर आकर बताया कि जिन साथियों के खिलाफ सीडीओ द्वारा निलंबन व अन्य कार्रवाई की गई है। निलंबन कार्रवाई नियमावली के तहत आगामी सप्ताह में निस्तारित की जाएगी। अन्य सभी कार्रवाई तीन दिन में समाप्त होगी। सभी कार्य अब सौहार्दपूर्ण वातावरण और सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करते हुए कराए जाएंगे। हमारी मांगे 15 दिन में पूर्ण नहीं हुई तो फिर से आंदोलन करने पर विवश होंगे।
जिलाधिकारी के प्रयास से सौहार्दपूर्ण वातावरण में सभी निर्णय लिए गए हैं, इनका नियमानुसार पालन किया जाएगा। हम सभी को शासन की मंशा के अनुरूप ही कर्तव्य निष्ठा से अपनी-अपनी ड्यूटी करनी होगी।
- डॉ. राजा गणपति आर. मुख्य विकास अधिकारी