महिला सशक्तीकरण के उद्देश्य में बड़ा रोड़ा मानसिक शिथिलता
जागरण संवाददाता इटावा कोरोना कालखंड ने संपूर्ण समाज की और विशेषकर समाज में महिलाओं

जागरण संवाददाता, इटावा : कोरोना कालखंड ने संपूर्ण समाज की और विशेषकर समाज में महिलाओं की स्थिति शिथिल की है। कामकाजी महिलाओं के रोजगार का छूट जाना उनके कठिनाई से अर्जित किए आत्मनिर्भर व्यक्तित्व को क्षीण कर गया है। जागरूकता गोष्ठियों में हमने यह महसूस किया है कि महिला सशक्तीकरण के उद्देश्य में बड़ा रोड़ा मानसिक शिथिलता है। महिलाओं को मानसिक रूप से सशक्त बनाने हेतु वर्षों से चल रहे अनेकों जागरूकता अभियान एक साथ धराशाई हो गए जब कोरोना ने चारो ओर से आक्रमण किया। यह समारंभा फाउंडेशन की अध्यक्ष ऋचा राय ने कही। उन्होंने कहा कि तब ही महिला सशक्तीकरण एवं बाल कल्याण का मुख्य उद्देश्य निहित किए समाज के वंचित समुदाय हेतु कार्य करने को मैंने एक सामाजिक संस्था समारंभा फाउंडेशन का प्रारंभ किया।
आगामी वर्ष में हमने नए सिरे से नए विचार एवं नवीन उत्तरदायित्व की भावना से सामाजिक सशक्तिकरण हेतु योजना बनाई है। जिसमें मुख्य रूप से मानसिक सशक्तिकरण पर बल दिया जाएगा। आत्मविश्वास, दृढ़ निश्चय एवं सामाजिक ज्ञान मनुष्य की कार्यकुशलता एवं कार्यक्षमता में वृद्धि कर देता है। हम वही विश्वास एवं अधिकार तथा कर्तव्य का बोध जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे जिससे वह साथी भी मुख्य धारा में शामिल हो सकें।
Edited By Jagran