पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच न हुई तो अनशन
संवाद सहयोगी भरथना नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच नहीं हुई तो अनशन
संवाद सहयोगी, भरथना : नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच नहीं हुई तो अनशन शुरू किया जाएगा। यह बात भाजपा सभासद अंशु वर्मा व मनोज गुप्ता ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि पालिका को नगर में विकास कार्य के लिए 14वें, 15वें वित्त आयोग से शासन से जो ग्रांट दिसंबर 2017 में उपलब्ध कराई गई है, उससे कब और कहां कितना कार्य हुआ, इसकी निष्पक्ष जांच अगर हो जाए तो पालिका में एक बड़ा घोटाला उजागर हो सकता है। नगर पालिका को नगर में टैक्स वसूली से एक वर्ष में लगभग एक करोड़ की धनराशि प्राप्त होती है। गुजरे चार वर्षों में उस धनराशि का क्या किया गया है, इसकी भी जांच होनी चाहिए। वर्ष 2018 में 14वें वित्त आयोग के तहत शासन से प्राप्त लगभग 3.5 करोड़ रुपये की ग्रांट के दौरान कारोना काल आ जाने से सारे कार्य ठप हो गए थे।
उन्होंने बताया कि शासन द्वारा आदेश दिया गया था कि उस ग्रांट से कर्मचारियों का वेतन वितरण किया जाए, लेकिन पालिका द्वारा कर्मचारियों को केवल दो माह का वेतन लगभग 1.5 करोड़ रुपये बांटा गया, शेष धन का क्या हुआ इसकी भी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने पालिका अध्यक्ष पर अपने स्वजन को लाभ पहुंचाने का भी आरोप लगाया है। वहीं पालिकाध्यक्ष हाकिम सिंह का कहना है कि जिन सभासदों द्वारा पालिका पर जो आरोप लगाए गए हैं उनकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, जिससे सच्चाई सामने आ सके।