'मां का कातिल हूं, कैसे खुद को माफ कर पाऊंगा'
संवादसूत्र इकदिल (इटावा) 45 साल की मालती देवी ने जिस कलेजे के टुकड़े को अपने खून से सीं
संवादसूत्र, इकदिल (इटावा) : 45 साल की मालती देवी ने जिस कलेजे के टुकड़े को अपने खून से सींचा, वही शराब के लिए उसके खून का प्यासा हो गया। शराब के नशे में मां की गोली मारकर हत्या करने वाले मुकेश कुमार शंखवार की जिदगी में अब पश्चाताप के सिवा कुछ नहीं बचा है। पश्चाताप के आंसू बहाते हुए मुकेश फूट-फूटकर रोते हुए बोला, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे हाथ से इतनी बड़ी घटना घट जाएगी। मैं जीवन भर के लिए अपनी मां का कातिल कहा जाऊंगा। मैं यह सोच-सोच कर बहुत परेशान हूं, मुझसे यह कैसे गलती हो गई। मैं जीवन भर अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगा। ग्राम कथगवां निवासी 19 वर्षीय मुकेश मुकेश कुमार शंखवार उर्फ मोनू दिल्ली में टाइल्स लगाने का काम कर रहा था। वहां से आठ अक्टूबर को अपने गांव घर पर आया था। स्वजनों के मुताबिक मुकेश दशहरा पर शाम करीब छह बजे नशे की हालत में तमंचा लिए हवाई फायर कर रहा था। दो बार कारतूस मिस हो जाने के बाद जब तमंचे को खोलने लगा तभी सामने खड़ी मां मालती देवी के गोली तमंचे से निकलकर पेट में जा लगी। बाहर बैठे पिता रामनरायन अंदर आए तो देखा कि मालती देवी जमीन पर गिर पड़ी। जिला अस्पताल ले गए तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। रामनरायण मजदूरी करते हैं। स्वजन बताते हैं कि मुकेश द्वारा शराब के नशे में अपने खराब पड़े तमंचा को कारतूस डालकर चेक किया जा रहा था। जबकि कुछ ग्रामीण बताते हैं कि शराब के लिए पैसे न मिलने से नाराज होकर ही मुकेश ने मां को गोली मारी है। बहरहाल पुलिस ने मामला गैर इरादतन हत्या में दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।