डूंडपुरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची, आधा दर्जन डेंगू के संदिग्ध मिले
संवाद सूत्र उदी वायरल फीवर व डेंगू से जहां लोगों की मौत हो रही है वहीं स्वास्थ्य विभाग ने
संवाद सूत्र, उदी : वायरल फीवर व डेंगू से जहां लोगों की मौत हो रही है वहीं स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को मानने से इन्कार कर दिया है। ग्राम पंचायत सकरौली के ग्राम डूंडपुरा में पिछले तीन दिनों में पांच लोगों की मौत हो जाने के बाद अफरा-तफरी मची हुई है वहीं इसके साथ-साथ आसपास के गांवों में भी वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को देवीपुरा के पास अड्डा निहाल, नगला भग, सारंगपुरा में भी वायरल फीवर फैलने की सूचना मिली। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी ग्रामों में टीमों को भेजा गया। देर शाम तक की गई जांच में ग्राम डूंडपुरा में आधा दर्जन डेंगू के संदिग्ध मरीज पाए गए।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. विनोद शर्मा ने बताया कि बुखार के प्रकोप की सूचना मिलने पर पूर्व से प्रभावित डूंडपुरा गांव के अलावा देवीपुरा, अड्डा निहाल, नगला भग, सारंगपुरा गांव में डाक्टरों के साथ टीम को भेजा गया है। डूंडपुरा को छोड़कर अन्य सभी गांवों में स्थिति सामान्य पाई गई है। डूंडपुरा में आधा सैकड़ा से अधिक लोगों की जांच के बाद छह लोग पाजिटिव पाये गये हैं। इनके सैंपल एलाइजा टेस्ट हेतु उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई भेजे गये हैं। रिपोर्ट आने के बाद इलाज शुरू होगा। उन्होंने बताया कि देवीपुरा गांव में सोमवार को जिस बच्ची की मौत हो गई थी उसकी मां को भी बुखार था और इटावा मुख्यालय पर निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। गांव के अन्य लोगों की जांच के बाद सामान्य स्थिति पायी गई है। नगला भग, सारंगपुरा में सर्दी जुकाम के मरीज पाये गये हैं इन्हें दवा दी गई है। एडीओ पंचायत इंद्रपाल सिंह भदौरिया ने बताया कि पूरे ब्लाक के ग्रामों का रोस्टर बनाकर सफाई कराई जा रही है। कई गांव में संक्रमण की सूचना पर कर्मचारियों की अतिरिक्त टीम भेजी गई है जहां पर तीन दिवसीय सफाई अभियान चलाया जाएगा। सफाई के साथ ही मच्छर रोधी दवा का भी छिड़काव होगा।
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कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल डूंडपुरा पहुंचा
कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष मलखान सिंह यादव के नेतृत्व में ग्राम डूंडपुरा पहुंचा जहां पर सुखवीर सिंह के तीन बच्चों की मौत हो जाने पर उनसे मुलाकात की और शोक संवेदना प्रकट की। मलखान सिंह यादव ने बताया कि सीएमओ के अनुसार तीनों बच्चों की मौत डेंगू से नहीं हुई है जबकि पैथालोजी की रिपोर्ट में डेंगू दर्शाया गया है। वह सीएमओ से जानना चाहते हैं कि अगर बच्चों की मौत डेंगू से नहीं हुई है तो कौन सी बीमारी से हुई है। वह स्पष्ट करें कि कहीं कोरोना की तीसरी लहर नहीं है। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के दावे कर रही है लेकिन हकीकत यह है कि अस्पताल में बेड तक उपलब्ध नहीं है। शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे, जिला महासचिव आलोक यादव, संजय तिवारी मौजूद रहे।