साध्वी बनने को चार बेटियां पुष्पगिरि रवाना
जागरण संवाददाता इटावा माता-पिता परिजनों के साथ संसार के विभिन्न भौतिक संसाधनों को त्याग कर बुधवार को नगर की चार बेटियां वैराग्य की राह पर चलने के लिए धूमधाम के साथ करुणामय वातावरण में अपने घरों से विदा हो गईं। इस मौके पर माता-पिता ही नहीं अपितु परिवार के अन्य सदस्यों की भी आंख भी छलक उठी। कुछ परिजन चारों को भिड रेलवे स्टेशन तक विदा करने गए।
जागरण संवाददाता, इटावा : माता-पिता परिजनों के साथ संसार के विभिन्न भौतिक संसाधनों को त्याग कर बुधवार को नगर की चार बेटियां वैराग्य की राह पर चलने के लिए धूमधाम के साथ करुणामय वातावरण में अपने घरों से विदा हो गईं। इस मौके पर माता-पिता ही नहीं अपितु परिवार के अन्य सदस्यों की भी आंख भी छलक उठी। कुछ परिजन चारों को भिड रेलवे स्टेशन तक विदा करने गए। ब्रह्मचर्य व्रत धारण किए नेहा, शिवानी, दीक्षा और राखी ने सुबह मंदिर में पूजन अर्चना के बाद आहार लिया। इसके बाद बरहीपुरा मंदिर से नेहा, शिवानी दीक्षा गाजे बाजे के साथ अपने घर पहुंची। जहां परिवार के सभी सदस्यों ने गोद भराई की। इसके पश्चात पूर्वाह्न 11 बजे पिता सुभाष जैन और माता सुनीता अपने साथ भिड मध्यप्रदेश तक छोड़ने गए। लालपुरा की राखी की विदाई अपराह्न 2 बजे धूमधाम से की गयी। इससे पूर्व राखी के पिता संजय कुमार जैन माता आशा जैन सहित भाई-बहन व अन्य परिवार के सदस्यों ने गोद भराई की रस्म अदा की। चारों ब्रह्मचारिणी भिड रेलवे स्टेशन से शाम को इंदौर एक्सप्रेस में सवार होकर पुष्पगिरि के लिए रवाना हो गईं। वहां विदाई देने वालों में अध्यक्ष संजू जैन, दिलीप जैन, दीपे जैन, आनन्द जैन बाबा, सुशील जैन, बोनू जैन, अनूप जैन, नन्हे जैन आदि मौजूद थे।