डकैत नेटवर्क के इशारे पर मछलियों का हो रहा शिकार
संवादसूत्र बकेवर प्रतिबंध के बावजूद भी यमुना नदी में सैंक्चुअरी क्षेत्र के जल में अवैध रूप से मछ
संवादसूत्र, बकेवर : प्रतिबंध के बावजूद भी यमुना नदी में सैंक्चुअरी क्षेत्र के जल में अवैध रूप से मछलियों के शिकार का धंधा प्रशासनिक अनदेखी के चलते बेखौफ चल रहा है। पूर्व समय में डकैत गिरोह के नेटवर्क से जुड़े लोग इस अवैध कारोबार से जुड़े होने के कारण कोई भी ग्रामीण इस शिकार के खिलाफ मुंह खोलने की हिम्मत भी नहीं करता है। लवेदी क्षेत्र में डिभोली यमुना पुल से आगे कई जगह मछली का शिकार हो रहा है। यमुना नदी के तट पर विभिन्न प्रजाति की मछलियों का शिकार करते हुए मछली माफिया देखे जा सकते हैं। यमुना नदी के डिभौली घाट का आगे का इलाका सैंक्चुअरी क्षेत्र मे होने के कारण मछली सहित अन्य जलीय जीवों के शिकार पर प्रतिबंध रहता है। यद्यपि सैंक्चुअरी क्षेत्र में शिकार करना तो दूर की बात, नदी में पैर रखना भी दंडनीय अपराध से कम नहीं है। बावजूद लवेदी क्षेत्र के टकरुपुरा व बकेवर क्षेत्र के अंदावा की मडै़या, दिलीपनगर की मड़ैया, इकनौर, पुरावली के नीचे सैंक्चुअरी क्षेत्र के आसपास यमुना नदी में नौकाओं से शिकार किया जा रहा है। शिकारी इस कदर बेखौफ हैं कि वह रोजाना धड़ल्ले से शिकार करते हैं। शिकारियों ने बातचीत में सैंक्चुअरी विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत कबूल की है। वहीं मछलियों के शिकार कार्य में लगा एक शिकारी अपना नाम छुपाते हुए बताता है कि यह अवैध शिकार पूर्व समय मे चंबल के खूंखार डकैत गिरोह के नेटवर्क से जुड़े लोगों के इशारे पर हो रहा। यही नहीं मछलियों के साथ-साथ शिकारी कछुओं का भी शिकार कर रहे हैं। जानकर बताते हैं कि वास्तु शास्त्रियों की सलाह पर घरों में एक्वेरियम में कछुओं को रखने का चलन बढ़ता जा रहा है। लोगों का ऐसा मानना है कि घर में कछुआ रखने से शांति व समृद्धि आती है। इसके अलावा विदेशों में भी इन दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की भारी मांग के कारण मछलियों के साथ इस क्षेत्र में कछुओं का भी धड़ल्ले से शिकार किया जा रहा है। यमुना नदी के किनारे के तमाम गांवों के लोग मछली के अवैध शिकार का काम करते हैं। ये लोग दस्यु नेटवर्क के इशारे पर ही मछलियों का अवैध रूप से शिकार करते हैं। छोटे-मोटे बाहरी मछली व्यापारी फोन से संपर्क कर मछली पकड़ने को बोल देते हैं। आउट टाइम फिक्स आकर बाइक या अन्य किसी वाहन से पकड़ी गई अवैध मछली अंदावा, लालपुरा घाट, मडै़या दिलीपनगर, मड़ैया मल्हान आदि गांवों से तौल कर के जाते हैं। सैंक्चुअरी क्षेत्र के रेंजर हरिकिशोर दीक्षित ने बताया कि उनके द्वारा टीम के साथ छापा मारा जायेगा, जो लोग मछली के शिकार में लिप्त पाए जाते हैं उनके खिलाफ वाइल्ड लाइफ वन संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया जाऐगा। सैंक्चुअरी क्षेत्र से किसी भी प्रकार मछली का शिकार नहीं होने दिया जाएगा।