उग्गरपुरा का हर घर डेंगू की चपेट में, एक महिला की मौत
संवादसूत्र बकेवर ग्राम पंचायत ईकरी के मजरा ग्राम उग्गरपुरा में डेंगू बुखार की दस्तक होन
संवादसूत्र, बकेवर : ग्राम पंचायत ईकरी के मजरा ग्राम उग्गरपुरा में डेंगू बुखार की दस्तक होने से घर-घर चारपाईयां बिछी हैं। डेंगू की चपेट में आने से एक महिला की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई तथा उसकी पुत्री व पुत्र पीड़ित हैं। गांव के करीब 25 मरीज लखना व बकेवर में झोलाछापों के अलावा इटावा के निजी अस्पतालों में भर्ती हैं।
ग्राम उग्गरपुरा में चारों ओर गंदा पानी भरा है। हरगोविद कुशवाहा उर्फ पप्पू दूधिया की 40 वर्षीय पत्नी गीता देवी की इटावा के एक निजी अस्पताल में डेंगू के असर से मृत्यु हो गई। उनकी 20 वर्षीय बेटी सोनम व 25 वर्षीय पुत्र अंकित का उपचार चल रहा है। चिटू भदौरिया के दो पुत्र रिषभ व अभिषेक भदौरिया इटावा के निजी अस्पताल में भर्ती हैं। प्रहलाद सिंह कुशवाहा, मुलायम सिंह, उनकी पत्नी सुधा देवी, पुत्री गुनगुन डेंगू की चपेट में आने से इटावा के निजी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं। रजनी देवी, इनके पुत्र दीपांशु व कन्हैया का उपचार लखना बाईपास रोड पर झोलछाप के यहां चल रहा है। जोगेश, बबलू, अर्पित, गोल्डी, संजय, हिमांशु, राकेश, धर्म सिंह, सीमा, इनकी पुत्री रिया, मालती देवी, सुखवासी, रामकली डेंगू की चपेट में आने के कारण निजी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि नालियों की सफाई भी लंबे अरसे से न होने के कारण मच्छर जनित बीमारियों ने पांव पसार लिए हैं। बारिश होने के कारण जगह-जगह पानी भरने से मच्छर पनप रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग यहां एंटी लार्वा दवा का छिड़काव नहीं करा रहा है। बुखार से प्रसूता की मौत
संवाद सहयोगी, जसवंतनगर : विचित्र बुखार से पीड़ित प्रसूता की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। नगला हुलासी गांव में 28 वर्षीय राधा देवी पत्नी गौरव शाक्य कुछ दिन से बुखार से पीड़ित थीं उनका इलाज स्थानीय चिकित्सक के यहां से चल रहा था। हालत गंभीर होने पर स्वजन इटावा शहर के प्राइवेट अस्पताल ले गये थे जहां पर गंभीर स्थिति होने पर उन्हें उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई रेफर किया गया था। बुधवार की रात्रि को उनकी मौत हो गई। वह आठ माह की गर्भवती थी। इस गांव में पिछले कई दिन से बुखार का प्रकोप जारी है। घर-घर में लोग बीमार पड़े हैं, कई लोग प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं। बताया गया है कि एक सप्ताह के अंदर तीन मौते हो गई हैं। ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।