धान की नर्सरी लेट कर रही बिजली कटौती
संवाद सहयोगी सैफई मौजूदा समय में बिजली अफसरों की उदासीनता के कारण पूरे तहसील क्षेत्र में जब किसान अपने खेतों में फसलें बोने की तैयारी में हैं और धान की नर्सरी डाल रहे हैं
संवाद सहयोगी, सैफई : मौजूदा समय में बिजली अफसरों की उदासीनता के कारण पूरे तहसील क्षेत्र में जब किसान अपने खेतों में फसलें बोने की तैयारी में हैं और धान की नर्सरी डाल रहे हैं तब बिजली की कटौती का दंश अब आवाम सहन करने में अक्षम साबित हो रहा है। आगे आने वाले समय में यह प्रशासन के लिये कानून व्यवस्था की समस्या पैदा कर सकता है।
आरोप है कि काफी समय से ही यहां पर बदले की भावना से बिजली की कटौती कराई जा रही है। जिसकी कीमत किसानों को चुकानी पड़ रही है। ऐसे में जबकि किसान धान के लिये पौध डालने और उसे संरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं तब उन्हें बिजली न मिलने के कारण उनकी नर्सरी प्रभावित हो रही है। भीषण गर्मी में बिजली कटौती को लेकर सैफई क्षेत्र के ग्राम पंचायत बरौली खुर्द के प्रधान संजीव यादव का कहना है बिजली कटौती का कोई समय निर्धारित नहीं है जब भी मन आता तब काट दी जाती है। गांव की लाइनें भी जर्जर हो गई हैं। 15 साल से लाइन की मरम्मत नहीं की गई है। स्कूल खुल गए हैं बच्चे पढ़ाई करेंगे तो लाइट की कटौती से बड़ी दिक्कत रहेगी।
जयनारायण सिंह ओढ़मपुर का कहना है भीषण गर्मी में बिजली कटौती की जा रही है। जिससे जनता को बहुत परेशानी हो रही है। जब घर में बीमार बुजुर्ग व बच्चों को दवा खिलाने का समय होता है उस समय बिजली जरूर काटते हैं।
ग्राम पंचायत लछवाई के राममोहन का कहना है 8 से 10 घंटे बिजली मिल रही है। रात में कई बार कटौती की जा रही है। गर्मी में बड़ी समस्या है बिजली कटौती। जन मानस का कहना है कि जिस तरह से यहां पर अधिशाषी अभियंता की तैनाती किये जाने के बाद भी उन्होंने आकर चार्ज नहीं लिया है उसे लेकर सैफई में बिजली कर्मचारी बिन मालिक की फौज की तरह से काम कर रहे हैं।