पूर्व सांसद की पत्नी, पुत्री और बहू चुनाव हारीं
संवादसूत्र बकेवर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई चौंकाने वाले परिणाम सामने आए है। प्रमुख सिय
संवादसूत्र, बकेवर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई चौंकाने वाले परिणाम सामने आए है। प्रमुख सियासी दलों को अपेक्षित सफलता नहीं मिली है। पूर्व सपा सांसद प्रेमदास कठेरिया की पत्नी सहित क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए का चुनाव लड़ रहे पूरे कुनबे को पराजय का मुंह देखना पड़ा है। वहीं कई और दिग्गज भी चुनाव मैदान में हार गये हैं, उनके या उनकी पत्नियों और पुत्र के मुकाबले चुनावी मैदान में मतदाताओं ने नये चेहरों को तवज्जो दी है। इस करारी हार से दिग्गजों की साख पर बट्टा नहीं लगा बल्कि जनता के बीच उनकी पैठ की भी पोल खुल गयी जो आगामी चुनावों में उनके कद को तय करेगी। समाजवादी पार्टी ने तो जिला पंचायत की पांच सीटों में तीन पर अपनी जीत दर्ज कर अपना दबदबा कायम रखा लेकिन ब्लाक प्रमुख का पद अपने पाले में रखने की ख्वाहिश पाले पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया का पूरा परिवार चुनाव हार गया। उन्होंने पत्नी, पुत्री और बहू को क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए मैदान में उतारा था जिससे ब्लाक प्रमुखी की कुर्सी पर अपनी पत्नी वीनेश कठेरिया की फिर से ताजपोसी आराम से कर सके लेकिन जनता ने उनका नकार दिया। इससे पूर्व उनका पुत्र 2017 विधान सभा भरथना का तथा 2019 में लोकसभा इटावा से चुनाव हार चुका है। इससे स्पष्ट है कि पूर्व सांसद का क्षेत्र में राजनीतिक ग्राफ तेजी से गिर रहा है इस ओर पार्टी हाईकमान को ध्यान देना चाहिए। ब्लाक प्रमुख महेवा एससी सीट होने के बाद सपा के कद्दावर नेता एवं पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया ने अपनी पत्नी वीनेश कठेरिया को ग्राम रतनपुर से बीडीसी प्रत्याशी बनाया था, उन्हें यहां पर ज्ञानश्री पत्नी जगदीश दोहरे ने 150 से पराजित किया। पुत्रवधू पूजा कठेरिया को मुडैना खुर्द कला से प्रत्याशी बनाया था यहां से भी प्रवलप्रताप ने 150 मतों से पराजित किया। पूजा कठेरिया पूर्व में जिला पंचायत सदस्य भी रह चुकी है,उनके पति कमलेश कठेरिया सपा से भर्थना विधानसभा से सपा के प्रत्याशी रह चुके हैं। पूर्व सांसद की पुत्री शैलशिखा कठेरिया ने सुनवर्सा भटपुरा से भी अपनी किस्मत आजमाई थी, तो यहां पर सपा नेता जितेन्द्र दोहरे की पत्नी पवित्रा देवी ने 150 मतों से करारी हार दी। जितेंद्र दोहरे कभी बसपा के जिलाध्यक्ष भी रहे है लेकिन पिछले साल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के समक्ष सपा मे शामिल हो गये थे। इन तीनों सीटों से सपा के पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया की कुनबा हारने के बाद ब्लाक प्रमुख बनने पर संकट के बादल मड़रा गए हैं। महेवा ब्लाक प्रमुख सीट पर सुनवर्सा भटपुरा से जीती पवित्रा देवी की मजबूत दावेदारी सपा से मानी जा रही है लेकिन फिर भी इस बात को ध्यान मे रखना होगा कि पार्टी की ओर से क्या संकेत मिलता है इसका हर किसी को इंतजार रहेगा। प्रेमदास कठेरिया समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं में शामिल हैं, ब्लॉक प्रमुख से जिला पंचायत अध्यक्ष बने उसके बाद इटावा के सांसद तक की कुर्सी पर काबिज हुए। 2017 के विधान सभा चुनाव में भरथना से तथा 2019 के लोकसभा चुनाव में उनके बेटे कमलेश कठेरिया सपा-बसपा गठबंधन से इटावा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी रहे लेकिन दो चुनाव हार गए थे। भाजपा के भी कई दिग्गज हारे महेवा ब्लाक से जिला पंचायत की पांचों वार्ड में भाजपा को करारी हार मिली। प्रथम वार्ड पर निर्दलीय रोहित जॉनसन राय ने भाजपा जिला कार्य समिति की सदस्य मीनाक्षी सिंह को करारी शिकस्त दी। मीनाक्षी की जीत के लिए राज्य सभा सदस्य गीता शाक्य सहित जिले के अन्य भाजपा नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी थी लेकिन वे तीसरे स्थान पर रहीं। वार्ड नंबर दो महिला आरक्षित से युवा सपा नेता गौरव यादव की भाभी सपा प्रत्याशी अंजू कुमारी ने भाजपा किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष व निवर्तमान ब्लाक प्रमुख अशोक चौबे की पत्नी अनुपम शर्मा को पराजित किया। सपा और भाजपा के वार्ड संख्या तीन पर कांटे का मुकाबला हुआ लेकिन भाजपा के पूर्व विधायक केके राज के पुत्र आयुष राज को हार का सामना करना पड़ा।