सुहाग और बच्चों की दीर्घायु को किया आंवला पूजन
जागरण संवाददाता, इटावा : अक्षय नवमी पर्व पर महिलाओं ने सुहाग और बच्चों की दीर्घायु की कामना
जागरण संवाददाता, इटावा : अक्षय नवमी पर्व पर महिलाओं ने सुहाग और बच्चों की दीर्घायु की कामना करते हुए आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना श्रद्धाभाव से की। मौली बांधकर वृक्ष की परिक्रमा करके श्रीहरि तथा मां लक्ष्मी जी का स्मरण किया। इसके पश्चात प्रसाद वितरण किया। नगर ही नहीं अपितु ग्रामीण क्षेत्र में यह पर्व श्रद्धाभाव के साथ मनाया गया।
इस पर्व की महत्ता बताते हुए राज्यपाल से पुरस्कृत प्रख्यात ज्योतिषाचार्य एवं भगवताचार्य डॉ. ब्रह्म कुमार मिश्र ने बताया कि आंवला का वृक्ष भगवान श्रीहरिजी को काफी प्रिय है क्योंकि इसमें माता लक्ष्मी जी का वास माना जाता है। दूसरी ओर कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को भगवान श्रीकृष्ण ने कुष्मांडक दैत्य का वध किया था, संघर्ष के दौरान श्रीकृष्ण काफी थक गए थे। आंवला वृक्ष की छाया तले विश्राम करने पर उनको शीतलता मिली और माता लक्ष्मी के दर्शन हुए। इसी दिन उन्होंने कंस का वध करने से पूर्व ब्रज की तीन वनों की परिक्रमा की थी। तभी से सुहाग और बच्चों की दीर्घायु की कामना से माता लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए आंवला की पूजा-अर्चना करने की सनातनी परंपरा चली आ रही है।