रामलीला देख लक्ष्मण का पाठ करने लगे नन्हें खां
रवि वर्मा, बरालोकपुर :चौबिया क्षेत्र के अंतर्गत टकीपुरा मूंज में बाबा गरीबदास के मंदिर पर ह
रवि वर्मा, बरालोकपुर :चौबिया क्षेत्र के अंतर्गत टकीपुरा मूंज में बाबा गरीबदास के मंदिर पर होने वाली रामलीला में लक्ष्मण का अभिनय करने वाले नन्हें खां को बचपन से ही रामलीला देखने का शौक था। उनके इसी शौक ने ही उन्हें रामलीला के मंच पर उतार दिया और लक्ष्मण का अभिनय करने लगे। वे बाबा गरीबदास के मंदिर पर सुबह-शाम दर्शन करने भी जाते हैं। हालांकि रमजान के दौरान भी वे नियम संयम का पूरा पालन करते हैं।
भगवान राम के प्रति नन्हें खां और उनके पिता सूबेदार खान का बहुत स्नेह और प्यार है। टकीपुरा मूंज में वर्ष 1993 से रामलीला का आयोजन प्रबंधक अरुण कुमार यादव व अध्यक्ष शिवराज ¨सह की देखरेख में होता है। नन्हें खां को लक्ष्मण-परशुराम संवाद बहुत अच्छा लगता है। उनके मन में लक्ष्मण का अभिनय करने की इच्छा जागृत हुई। इससे पहले उन्होंने अभिनय करने की भूमिका की पूरी जानकारी ली उसके बाद वे अभिनय करने लगे। उनके अभिनय को देखकर को ही रामलीला कमेटी उनसे लक्ष्मण की भूमिका अदा कराने लगी। वे रामलीला में राम और लक्ष्मण की चर्चा करके दो भाईयों के बीच आपसी स्नेह को दर्शाते हैं। उनका कहना है कि सब एक ही मालिक की संतान हैं और ¨हदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आपस में भाई-भाई हैं। वे हमेशा लक्ष्मण का अभिनय करते रहेंगे। उनके पिता सूबेदार खान के लिये भगवान राम आदर्श हैं, वे पीले वस्त्र पहनते हैं और रामलीला में पहुंचकर नन्हें के अभिनय को स्वयं देखते हैं। नन्हें खां ने इससे पहले माता सीता व सुलोचना सती की भूमिका भी की है। पूरा परिवार शुद्ध शाकाहारी भोजन करता है। टकीपुरा मूंज की रामलीला 23 वर्षों से आयोजित की जा रही है।