ब्लड बैंक में खून की कमी,अफसर चिंतित
जागरण संवाददाता इटावा डा. बीआर आंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में संचालित ब्लड बैंक कोरो
जागरण संवाददाता, इटावा : डा. बीआर आंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में संचालित ब्लड बैंक कोरोना काल में रक्त की कमी से गुजर रही है। ब्लड काउंसलर के लाख प्रयास के बाद भी दानदाता रक्तदान करने नहीं आ रहे हैं। इसको लेकर अनेक मरीजों को भारी परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। हैरत की बात यह है कि जिस ब्लड बैंक में तकरीबन 300 यूनिट से अधिक रक्त रहता था आज मात्र 8 यूनिट स्टॉक में बचा है। विदित हो कि बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में बने राजकीय रक्तकोष का लोकार्पण तत्कालीन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रमापति शास्त्री उप्र सरकार द्वारा 9 अक्टूबर 1998 को किया गया था। तब से लेकर आज तक जिले की अनेक स्वयं सेवी संस्थाएं रक्तदान करके इसे संचालित किए रहीं। इस ब्लड बैंक ने अनेको मरीजों की जान बचाई है लेकिन इस समय यह ब्लड बैंक स्वयं रक्त की कमी से जूझ रही है। ब्लड बैंक में रक्त की स्थिति बी पॉजीटिव---- ओ पॉजीटिब-- ओ निगेटिव 4 यूनिट --------- 3 यूनिट-------- 1 यूनिट अस्पताल में भर्ती मरीजों की बचाता है जान रक्त की कमी से भर्ती हजारों मरीजों की जान ब्लड बैंक के रक्त से बचती है। खासकर गर्भवती महिलाएं जो एनीमियां की शिकार होती हैं अथवा जिन मरीजों के ऑपरेशन होते हैं। उनमें 90 फीसद मरीजों की जान बचाने के लिए रक्त की जरूरत होती है। इसके लिए ब्लड बैंक में रक्त का होना नितांत आवश्यक है। बीते 22 साल से नहीं मिला चिकित्सक जिला अस्पताल की इस ब्लड बैंक को अभी तक स्वतंत्र रूप से चिकित्सक उपलब्ध नही कराया गया है। जिला अस्पताल की लैब का संचालन करने वाले चिकित्सक ही इसकी देख रेख कर रहे हैं। सीएमओ ने रक्तदाताओं से की अपील मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एनएस तोमर ने कोरोना काल में रक्तदाताओं से अपील करते हुए कहा है कि वह स्वेच्छा से रक्तदान करके ब्लड बैंक की मदद कर सकते हैं। ब्लड बैक में सुरक्षा के सभी इंतजाम रहते हैं। ब्लड दान करते समय किसी भी प्रकार की बीमारी का खतरा नहीं होगा। आप के रक्तदान से किसी की भी जान बचाई जा सकती है। उन्होंने रक्तदान दाताओं से रक्तदान करने की जनहित में अपील की है। इस समय कोरोना के डर से लोग रक्तदान करने नहीं आ रहे हैं जबकि यहां किसी तरह का खतरा नहीं है। ब्लड बैक में रक्त की कमी चिता का विषय बन गया है।
डा. एसएस भदौरिया
प्रभारी चिकित्सक एवं सीएमएस