इटावा में बजेगा बैंडबाजा व डीजे, नहीं रहेगी कोई रोक
जागरण संवाददाता इटावा बुधवार से शुरू हुए विवाह समारोह में बैंडबाजा भी बजेगा और डीजे
जागरण संवाददाता, इटावा : बुधवार से शुरू हुए विवाह समारोह में बैंडबाजा भी बजेगा और डीजे पर डांस भी होगा लेकिन शारीरिक दूरी के नियमों व मुंह पर मास्क लगाना होगा। प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने भेजे गए अपने आदेश में कहा है कि एक समय में शादी समारोह में बैंड बजाने वाले, खाना परोसने वाले व मेहमानों सहित कुल मिलाकर 100 लोग ही उपस्थित रह सकते हैं।
100 से अधिक लोग किसी भी कीमत पर उपस्थित नहीं रहेंगे। हालांकि इससे पूर्व 200 लोगों के शादी समारोह में आने की अनुमति थी लेकिन कोरोना संक्रमण को बढ़ते हुए देखकर प्रदेश सरकार ने इसे अब घटाकर 100 कर दिया है। हालांकि यह भी स्पष्ट किया गया है कि शादी समारोह के लिए कोई अनुमति प्रशासन से नहीं लेनी होगी। समारोह में अगर ज्यादा लोग मौजूद हो जाते हैं तो उन्हें अपना कार्य करके स्थल से बाहर जाना होगा और उसके बाद नये लोग शामिल हो सकते हैं।
सिटी मजिस्ट्रेट उमेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि बैंडबाजा व डीजे पर कोई रोक नहीं है। लोग शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करें, मास्क पहनें, गेट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाए। इसके अलावा कार्यक्रम के लिए किसी भी अनुमति की जरूरत नहीं है। कोरोना संक्रमण को रोकना सभी की जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी को सामूहिक रूप से सभी को निभाना होगा तभी संक्रमण से मुक्ति मिल पाएगी। ईंट-भट्ठा मजदूरों के लिए जाएंगे सैंपल
जागरण संवाददाता, इटावा :
स्वास्थ्य विभाग ने अब जिले के जिले के लगभग 42 ईंट भट्ठों पर दो हजार से अधिक लेवर की कोरोना जांच करने की योजना बनाई है।
कोरोना जांच प्रभारी डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर अब हर क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को कोरोना जांच के दायरे में लिया गया है। अभी तक ईंट भट्ठा की लेवर जांच से अछूती थी। अब इसकी जांच कराने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए अभी डेढ़ दर्जन ईंट भट्ठे चिह्नित किए गए हैं। इन पर बिहार, बांदा, उन्नाव, फतेहपुर सहित कई गैर जनपद की लेवर काम करती है।
रेलवे फील्ड में रहने वालों
की भी की जाएगी जांच
शहर के रेलवे कालोनी के फील्ड में शिव मंदिर के पास अस्थाई लेवर कॉलोनी में लोग परिवार सहित झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। अरसे से निवास करने वाले इस कॉलोनी के लोग मजदूरी अथवा भिक्षावृत्ति करके अपना गुजारा कर रहे हैं। यहां पर तकरीबन 150 लोग रह रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी जुटाकर इन लोगों को भी अब जांच के दायरे में ले लिया है।