सरकार की हरी झंडी मिलते ही चमकने लगी इटावा में बन रही नई जेल
जागरण संवाददाता इटावा सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट कही जाने वाली फूलापु
जागरण संवाददाता, इटावा : सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट कही जाने वाली फूलापुर में बनाई गई नई जेल के अंतिम दौर का महज 14 फीसद कार्य धनाभाव के चलते बीते दो सालों से रुका हुआ था। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ निर्धारित बजट से 20 करोड़ रुपये और मांगे जाने पर नाराजगी प्रकट की थी लेकिन बाद में धन उपलब्ध कराने पर मोहर लगा दी। इससे सरकार की हरी झंडी मिलते ही नई जेल को चमकाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। आगामी माह जनवरी यह जेल तैयार हो जाएगी। अखिलेश यादव की सरकार के दौरान 2015 में भूमि खरीदकर आधुनिक जेल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। उस समय जेल की डिजायन बनाकर लागत राशि 1 अरब 83 करोड़ 91 लाख रुपये निर्धारित की गई थी। राजकीय निर्माण निगम ने कार्य शुरू करने से पूर्व सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को डिजाइन दिखाई तो उन्हें पसंद नहीं आई तथा उन्होंने कई तरह की सुविधाएं तथा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के निर्देश दिए थे। इस पर निगम के इंजीनियरों ने नई डिजाइन तैयार करके लागत राशि 2 अरब 52 करोड़ 26 लाख रुपये निर्धारित की। अखिलेश सरकार ने यह धनराशि उपलब्ध कराकर दिसंबर 2016 तक निर्माण कार्य पूर्ण करने का समय निर्धारित किया। उस समय निर्माण कार्य तेजी से शुरू किया गया लेकिन कार्य पूर्ण नहीं हो सका। मार्च 2017 में सत्ता परिवर्तन होने के बाद निर्माण कार्य की गति और ज्यादा शिथिल हो गई जिससे जो धन उपलब्ध था
उसी से कार्य किया गया। इसके बावजूद करीब 14 फीसद कार्य शेष रह गया था। इसके लिए बीते दो साल से करीब 20 करोड़ रुपये की मांग शासन से की जा रही थी। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने करीब दो माह पूर्व समीक्षा करके इतनी धनराशि की स्वीकृति प्रदान करके बजट निर्धारित कर दिया। इससे नई जेल को चमकाने का कार्य तेजी से शुरू करा दिया गया है। सेंट्रल जेल बनाने की पहल नई जेल में 2000 बंदियों को रखने की क्षमता है। इसके तहत आधुनिक संसाधनों से यह जेल लैस की जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस नई जेल को सेंट्रल जेल बनाने की घोषणा की है लेकिन अभी शासनादेश जारी नहीं हुआ है। इस जेल के शुरू होने से इटावा की जेल को ओवरलोड से मुक्ति मिलेगी। अभी जिला कारागार 610 बंदियों की क्षमता की है जिसमें बीते डेढ़ दशक से क्षमता से तीन गुना बंदी और कैदी रह रहे है। नई जेल के सभी अधूरे कार्य पूर्ण किए जा रहे है, रंगाई-पुताई का कार्य शुरू हो गया है। आगामी जनवरी माह में पूर्णरूपेण तैयार हो जाएगी।
जनार्दन सिंह
प्रोजेक्ट मैनेजर