घर-घर स्क्रीनिग में मिले 913 कोविड लक्षणयुक्त व्यक्ति
जासं इटावा कोरोना संक्रमण के बीच जिले में शनिवार को विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान के
जासं, इटावा : कोरोना संक्रमण के बीच जिले में शनिवार को विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत कोविड संवेदीकरण एवं नियंत्रण तथा कोविड रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों, नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों एवं टीकाकरण की पहली खुराक प्राप्त न करने वाले 60 वर्ष से अधिक आयु वालों को चिह्नित किया जाएगा। सीएमओ डा. भगवान दास ने कहा कि अभी भी बहुत से लोगों ने कोविड से बचाव के लिए लगने वाले टीके की पहली खुराक नहीं ली है। इसके लिए प्रशासन ने अपने कई विभागों को लगा रखा है। ऐसे लोगों को अभियान के दौरान चिह्नित कर उनका टीकाकरण किया जा रहा है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. श्रीनिवास ने बताया कि अभियान के दौरान जो लोग टीकाकरण से छूटे मिल रहे हैं, उनको टीका भी लगाया जा रहा है। कोरोना नियमों का पालन न करना, मास्क न लगाना, बेवजह भीड़-भाड़ वाली जगहों पर घूमना और टीकाकरण न कराकर कोरोना से बचें रहेंगे, तो यह सोच सही नहीं है। उन्होंने बताया कि दो दिन चले अभियान में अभी तक 1,73,195 घरों का भ्रमण किया गया, जिसमें 1694 गर्भवती महिलाओं ने, 60 वर्ष से ऊपर 924 लोगों ने कोविड से सुरक्षा का टीका नहीं लगवाया तो वहीं 0 से 2 वर्ष के 4179 बच्चे ऐसे मिले जो नियमित टीकाकरण के दौरान छूट गए। अभियान के दौरान 24 और 25, 27 जनवरी को 913 कोविड रोग के लक्षणयुक्त व्यक्ति मिले, जिनमें 423 लोग बुखार, 572 लोग सर्दी जुखाम और खांसी से और 13 लोग ऐसे मिले, जिनको सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इस दौरान 897 लोगों को मेडिकल किट भी दी गई।
------------
पालिका क्षेत्र में 15 से 17 आयुवर्ग के बच्चों का हो रहा सर्वे
जागरण संवाददाता, इटावा : इस समय तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ही शासन के निर्देश पर अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को 15 से 17 साल के किशोरों को जिन्होंने एक बार भी टीकाकरण नहीं कराया गया है उनके सर्वे की जिम्मेदारी दी गई है। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद विनय मणि त्रिपाठी ने बताया कि जिन किशोरों ने अभी तक पहले चरण का व दूसरे चरण का टीकाकरण नहीं कराया है। उनका हर हाल में टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया जाये। इसको लेकर पालिका ने सभी 40 वार्डों के सर्वे के लिए 80 कर्मचारी तैनात किये हैं। उन्होंने बताया कि उनकी टीम डोर-टू -डोर जाकर पता लगा रही है कि 15 से 17 आयुवर्ग के कितने ऐसे किशोर हैं जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि उनकी टीम घर-घर जाकर यह संदेश दे रही है कि कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से टीकाकरण ही बचा सकता है। इस लिए टीकाकरण जरूरी है। शुक्रवार को पहले दिन 123 बच्चों की पहचान करके रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई।