अस्पताल पहुंचे 800 बुखार पीड़ित,दो में डेंगू के लक्षण
जागरण संवाददाता इटावा जिले में वायरल के साथ डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रह
जागरण संवाददाता, इटावा : जिले में वायरल के साथ डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को दो मरीज डेंगू के नये मिलने से अब चार मरीज डेंगू के जिला अस्पताल में भर्ती हैं, वहीं 18 मरीज अन्य भी भर्ती हैं। बताया गया है कि वायरल बुखार के जो 22 नमूने उप्र आयुर्विज्ञान विश्व विद्यालय सैफई भेजे गए थे उनमें भी 16 मरीज डेंगू के पाये गये हैं। मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. एमएम आर्या का कहना है कि इस समय वायरल बुखार बड़ी संख्या में चल रहा है। जिला अस्पताल में उपचार की सुविधा है।
गुरुवार को अन्य दिनों की अपेक्षा मरीज तो कम आये लेकिन बुखार के मरीजों में कोई कमी नजर नही आई है। इस दौरान जहां मुख्य रजिस्ट्रेशन काउंटर से जहां 982 मरीजों ने पर्चे बनवाये। वहीं 180 मरीजों ने इमरजेंसी में जाकर पर्चे बनवाये तकरीबन 300 मरीजों ने पुराने पर्चे के आधार पर भी उपचार लिया है। तीन साल से नहीं है ब्लड बैंक व पैथालोजी प्रभारी चिकित्सक हैरत की बात तो यह है कि इस समय डेंगू व वायरल का जोर चल रहा है। फिर भी शासन की और से कोई भी जांच चिकित्सक की तैनाती नहीं की गई है। इसी तरह ब्लड बैंक का काम भी भगवान भरोसे चल रहा है। जिला अस्पताल की लैब में जांच करने वाले संजीव कुमार भी कई दिन से बुखार से पीड़ित थे, बाद में जांच कराने पर डेंगू निकला।
त्वचा रोग चिकित्सक के अभाव में भटके मरीज विगत कई वर्षों से जिला अस्पताल में त्वचा रोग चिकित्सक का अभाव था। पूर्व सीएमओ ने अपने अधीन चिकित्सक डा. महेश चंद्रा की तैनाती कर दी थी जो सोमवार से शुक्रवार तक त्वचा रोग की ओपीडी जिला अस्पताल में करते थे। इसके बाद नवागंतुक सीएमओ ने ओपीडी का एक दिन कम कर दिया। इसके बाद उनको अपने कार्यालय बुला लिया। इसके चलते सैकडों मरीज परेशान घूमते देखे जा सकते हैं। गुरुवार को रेखा, राधा, रुकमिणी, रजनीश व रमेश ने बताया कि कई दिन से अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन डाक्टर नहीं मिल रहे हैं।