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इटावा में सम्मान निधि पाने को अधर में लटके 2224 अन्नदाता

जागरण संवाददाता इटावा प्रधानमंत्री सम्मान निधि पाने के लिए जनपद के 2224 अन्नदाता कई माह से अध

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 05:03 PM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 05:03 PM (IST)
इटावा में सम्मान निधि पाने को अधर में लटके 2224 अन्नदाता
इटावा में सम्मान निधि पाने को अधर में लटके 2224 अन्नदाता

जागरण संवाददाता, इटावा : प्रधानमंत्री सम्मान निधि पाने के लिए जनपद के 2224 अन्नदाता कई माह से अधर में लटके हैं। कई की पहली किश्त पाने के बाद निधि खाता में नहीं आई तो कई दो-तीन किश्त पाने के बाद से किश्त नहीं पा रहे हैं। मंडलायुक्त ने समीक्षा की तो यह हकीकत सामने आई, जिस पर उन्होंने इन अन्नदाताओं की कागजातों में जो खामियां हैं उनको शीघ्रता से दूर कराकर योजना का लाभ प्रदान कराने के कड़े निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर जो अपात्र इस योजना का लाभ उठा रहे हैं उनका सत्यापन होगा, जिससे अपात्रों पर भी गाज गिरने की संभावना बलवती हो गई है। जनपद में 2 लाख 31 हजार किसान इस योजना के तहत सम्मान निधि के रूप में सालाना 6 हजार रुपये पा रहे हैं। इसके बावजूद 2224 किसान ऐसे हैं, जो इस लाभ से वंचित हैं। इनमें कुछ ऐसे हैं जिनका आपसी बंटवारा होने से खेत अलग-अलग हो गए हैं लेकिन राजस्व विभाग के अभिलेखों में अभी तक दर्ज नहीं हो सके हैं। दूसरी ओर कई किसान ऐसे हैं जिनके आधार तथा पेन कार्ड में अंतर होने को लेकर संशोधन होना है। इससे इन लोगों की सम्मान निधि खातों में नहीं आ पा रही है। इन सभी तथ्यों की छानबीन तथा अन्य कार्य कृषि विभाग को पूर्ण कराकर इस योजना का लाभ दिलाना है। मंडलायुक्त के कड़े निर्देश के बाद इन खामियों को दूर करने का कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है। इससे उम्मीद है कि इस योजना से वंचित किसानों को आगामी माह से सम्मान निधि की किश्त मिलने लगेगी। अपात्रों पर भी गिरेगी गाज

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किसान सम्मान निधि का लाभ कई अपात्र लोग योजना के नियमों को दरकिनार करके उठा रहे हैं। अभी ऐसे लोगों को स्वत: ही धन वापस करने का समय दिया गया था। अब सभी का सत्यापन किया जा रहा है। सभी अपात्र सूचीबद्ध किए जा रहे है, इसके पश्चात इन सभी की आरसी जारी की जाएगी जिससे अपात्रों सारी धनराशि वापस लौटानी पड़ेगी। सम्मान निधि से वंचितों के अभिलेखों में जो खामियां हैं उनको शीघ्रता से दूर कराया जा रहा है। जल्द ही ऐसे लोगों को योजना का लाभ मिलने लगेगा। इसके अलावा सत्यापन कार्य जारी है, जिसके पूर्ण होने के पश्चात अपात्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ. एके सिंह, उप निदेशक कृषि


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