21 एमएम बारिश से किसानों के चेहरों पर खुशी
जागरण संवाददाता इटावा बीते मंगलवार की रात से शुरू हुई रिमझिम बारिश बुधवार को अपर
जागरण संवाददाता, इटावा : बीते मंगलवार की रात से शुरू हुई रिमझिम बारिश बुधवार को अपराह्न तक होने से तापमान में गिरावट हुई, जिससे सुबह न्यूनतम 26 तो दोपहर में अधिकतम 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते आठ दिनों से उमस और तपिश झेल रहे जनमानस को राहत मिली। 21 एमएम बारिश होने से धान उत्पादक किसानों के चेहरों पर खुशी आ गई, धान के अलावा अन्य जिसों के लिए बारिश वरदान साबित हुई है। कई जगह जलभराव होने से नगरपालिका के सभी दावों की पोल खुल गई। डेढ़ दर्जन पंपिग सेट शो-पीस साबित हो रहे हैं। आम जनता को जलभराव से मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
लगातार हुई रिमझिम बारिश से आम जनजीवन को उमस से छुटकारा तो मिला लेकिन अन्य कई तरह की मुसीबतें बढ़ गईं। पुराने मकानों में पानी टपकने से लोगों को कीमती सामान सुरक्षित जगह पर रखने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। झोपड़ी में रहने वालों को ओवरब्रिज तले डेरा डालना पड़ा तो कई जगह बिजली गुल होने से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा। अधिकांश मार्गों पर निचले क्षेत्र में जलभराव होने से दो पहिया वाहन सवार भारी वाहनों के निकलने पर गंदे पानी से सराबोर होते नजर आए।
किसानों के लिए वरदान
बीते आठ दिनों से बारिश न होने से खासतौर से धान उत्पादक किसान काफी परेशान थे। बीती रात से दिन में अपराह्न तीन बजे तक लगातार रिमझिम बारिश समूचे जनपद में होने से किसानों को बहुत बड़ी राहत मिल गई। उप कृषि निदेशक एके सिंह का कहना है कि धान के साथ बाजरा, मक्का तथा अन्य जिसों के लिए यह बारिश किसी वरदान से कम नहीं है।
शहर में कई जगह जलभराव से दिक्कत शहर में मैनपुरी रेलवे क्रासिग के अंडरब्रिज में तो थोड़ी ही देर की बारिश से जलभराव हो जाता है। बरेली हाईवे पर आगरा-कानपुर हाईवे ओवरब्रिज तले जलभराव होने से दस दिन पूर्व किया गया पेचवर्क फिर से उखड़ गया, जिससे कई दो पहिया वाहन सवार गिरकर घायल हुए। इस ब्रिज से आगरा तथा कानपुर की ओर जाने वाली सर्विस रोडों का बुरा हाल था। चारों सड़कों पर करीब 100 से 150 मीटर की दूरी में जलभराव होने से कई मोहल्लों के लोगों को आवागमन करने में दिक्कत हो रही है। इस क्षेत्र में पानी की निकासी नहीं होने से बदतर हालात बने हुए हैं। इसके अलावा विजयनगर की तीन गलियां, विजय नगर चौराहा से पचावली रोड सहित अन्य कई गलियों में जलभराव होने से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
पर्वों पर बाजार भी हुआ ठंडा
बकरीद और रक्षाबंधन पर्व को लेकर बीते दो दिनों से बाजारों में ग्राहकों की आमद ज्यादा हुई थी लेकिन बारिश होने से बाजार भी ठंडा हो गया। अधिकतर लोग घरों में ही कैद रहे, फुटपाथ तथा सड़क किनारे खाली स्थानों पर बाजार लगाने वाले भी नहीं आए। शाम होने पर ही मुख्य बाजार में आसपास के ग्राहकों के आने से हलचल हुई।