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18 बीघा भूमि हथियाने को भाई का परिवार समेत किया था सफाया

सिक्स लेन हाईवे किनारे आई 1

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 10:00 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 06:07 AM (IST)
18 बीघा भूमि हथियाने को भाई का परिवार समेत किया था सफाया
18 बीघा भूमि हथियाने को भाई का परिवार समेत किया था सफाया

जागरण संवाददाता, इटावा : सिक्स लेन हाईवे किनारे आई 18 बीघा भूमि पिलखर परिवार हत्याकांड की मुख्य सबब बन गई थी। सगे भाई ने इस कीमती भूमि को हथियाने की नियत से अपने भाई-भाभी तथा इकलौते भतीजे और तीन भतीजियों की गला रेत कर नृशंस हत्या करके समूचे क्षेत्र में दहशत फैला दी थी। हत्याकांड के शिकार हुए परिवार में इकलौते पुत्र की शादी की तैयारियां चल रही थी, इससे समूचे क्षेत्र जबरदस्त आक्रोश फैला था। शहर से चार किमी की दूरी पर थाना इकदिल के गांव पिलखर में 28 मई 2012 को सुबह उस समय दहशत फैल गई थी जब इस गांव के 48 वर्षीय सुरेश यादव उनकी 45 वर्षीय पत्नी विमला, 20 वर्षीय पुत्र अवनीश, पुत्रियां 22 वर्षीय रश्मि, 15 वर्षीय श्वेता तथा 12 वर्षीय सुरभि के हत्या किए हुए शव देखे गए थे। सभी की तेजधार हथियार से गला रेत कर हत्या की गई थी। हत्याकांड को लेकर तत्कालीन थाना प्रभारी इकदिल को निलंबित कर दिया गया था। तत्कालीन एएसपी ऋषिपाल यादव ने विशेष टीम बनाकर इस हत्याकांड को अंजाम देने में रामप्रताप टिल्लू उसके साले दिलीप सराय एसर तथा वरुणराज को गिरफ्तार करके खुलासा किया था। रामप्रताप टिल्लू ने अपने हिस्से की 18 बीघा भूमि बेच दी थी, भाई सुरेश की 18 बीघा भूमि सिक्स लेन किनारे आ जाने से काफी कीमती हो गई थी, दूसरी ओर सुरेश ने अपने 20 वर्षीय पुत्र अवनीश की शादी तय कर ली थी, हत्याकांड के 17 दिन बाद 15 जून को उसकी शादी होनी थी। इससे सुरेश के घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं। रामप्रताप ने उनकी करोड़ों रुपये की कीमती भूमि को हथियाने की नियत से अपने सगे भाई का परिवार समेत सफाया किया था। कोर्ट में सिद्ध हुआ भूमि हथियाना शासकीय अधिवक्ता देवेंद्र तिवारी ने बताया कि रामप्रताप द्वारा भाई की करोड़ों रुपये की भूमि हथियाने का आरोप व अन्य साक्ष्य न्यायालय में सही सिद्ध होने पर ही उसे फांसी की सजा सुनाई गई। रामप्रताप ने अपने हिस्से की भूमि बेच दी और भाई की भूमि हथियाने को परिवार हत्याकांड को अंजाम दिया था। विरासत के तहत भाई की 18 भूमि इसके नाम हो गई, रामप्रताप ने इस भूमि की पॉवर ऑफ अटॉनी अपनी पत्नी को करा दी। इसकी पत्नी ने आधी भूमि अपनी बेटी के नाम कर दी इसके पश्चात मां-बेटी ने प्लाटिग कराकर करोड़ों रुपये में भूमि का काफी हिस्सा बेच दिया। इसके प्रमाण न्यायालय में प्रस्तुत किए गए थे।

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