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चहेतों को 15,किसानों को दो बोरी मिल रही खाद

संवादसूत्र महेवा विकास खंड क्षेत्र के कस्बा एवं ग्रामीण अंचलों में यूरिया खाद की कालाबाजारी

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Aug 2020 06:51 PM (IST)Updated: Sat, 22 Aug 2020 06:09 AM (IST)
चहेतों को 15,किसानों को दो बोरी मिल रही खाद
चहेतों को 15,किसानों को दो बोरी मिल रही खाद

संवादसूत्र, महेवा : विकास खंड क्षेत्र के कस्बा एवं ग्रामीण अंचलों में यूरिया खाद की कालाबाजारी जोरों से चल रही है, जिससे यूरिया खाद की किल्लत बनी हुई है। क्षेत्र के किसानों का आरोप है यूरिया के लिए उन्हें घंटों लाइन में लगने के बाद सिर्फ दो बोरी यूरिया ही मिल पा रही है, जबकि सचिव के चहेते व दबंगों को 15 से 20 बोरी खाद दी जा रही हैं।

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हालांकि सरकार और किसान कल्याण विभाग के उपसंचालक जिले में खाद की कोई कमी न होने का दावा कर रहे हैं लेकिन समितियों में किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। किसानों की मानें तो उन्हें एक एकड़ जमीन के नाम पर तीन बोरी यूरिया की आवश्यकता है। लेकिन एक एकड़ का किसान हो या 15 एकड़ का, यूरिया के नाम पर सिर्फ दो बोरी ही दी जा रही हैं। यूरिया पाने की होड़ में फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन नहीं हो पा रहा है। किसान लगा रहे चक्कर, फिर भी नहीं मिल रही खाद संवाद सहयोगी, भरथना : मोहल्ला बालूगंज स्थित क्रय विक्रय केंद्र पर वितरक की मनमानी के चलते किसानों को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। सिफारिश वाले किसानों को वितरक संख्या से अधिक यूरिया खाद्य की बोरी वितरण कर रहे हैं। गिरधारीपुरा निवासी किसान संजीव कुमार, सोनू, भानपुरा निवासी शिवराम सिंह ने बताया कि वह दो दिन से भरथना क्रय विक्रय केंद्र से यूरिया लेने के लिए चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनका नंबर आने तक यूरिया नहीं मिल पाती है। वितरक के पहचान वालों या सिफारिश वाले किसानों को एक आधार कार्ड पर 6 से 8 बोरी तक दी गई है जबकि अन्य किसानों को दो से तीन बोरी दी जा रही हैं। किसानों ने उनके रकबा के अनुसार बोरी न दिए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि किसानों की कोई सुनने वाला नही है। वहीं क्रय विक्रय यूरिया खाद्य प्रभारी खंड विकास अधिकारी राजेश मिश्र ने बताया कि एक किसान को अधिकतम 5 बोरी दी जा सकती हैं। अगर ऐसा हुआ है तो उसकी जांच की जाएगी।


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