मीट विक्रेता के घर से 10 लाख की चोरी
संवादसूत्र बकेवर बकेवर-लखना मार्ग के बीच शुक्ला कृषि फार्म के समीप बकेवर से लखना जा रहा एक ऑटो अनियंत्रित होकर एक गड्ढे में पलट गया। ऑटो में लगभग 11 सवारियां थीं जिस कारण ऑटो चालक नियंत्रण नहीं रख सका। एक महिला मालती देवी गंभीर घायल हो गई जबकि अन्य सवारियां बाल-बाल बच गईं। ऑटो की रफ्तार तेज थी। सूचना पर कस्बा इंचार्ज कुमारी प्रियांजली सि
जागरण संवाददाता, इटावा : शहर के घनी आबादी वाले मोहल्ला शाहकमर में बुधवार की रात चोरों ने मीट विक्रेता के घर को निशाना बनाया और करीब 10 लाख की संपत्ति समेट ले गए। जिस कमरे में चोरी की गई, उसमें मीट बिक्रेता का जवान बेटा सोता रहा जबकि बगल वाले कमरे में अन्य स्वजन सोते रहे। हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में पूरा परिवार रजाईयों में ऐसा दुबका रहा कि चोरों की भनक भी नहीं लग सकी। मीट बिक्रेता सईद पहलवान कुरैशी पुत्र अब्दुल रशीद के मुताबिक चोर उनके मकान में पीछे खाली पड़े प्लाट से छत पर चढ़ने के बाद सीढि़यों से उतरकर दाखिल हुए। चोरी की वारदात को रात करीब एक बजे से तड़के पांच बजे के अंजाम दिया गया क्योंकि रात साढ़े 11 बजे तक जगार रही थी। दो कमरों में से जिस कमरे उनका पुत्र अजमल सो रहा था, चोरों ने उसी कमरे में प्लाईबोर्ड लगी अलमारी को खंगाल कर जेवरात और नकदी पार की। जबकि बगल वाले कमरे में परिवार के अन्य सदस्य सो रहे थे। उनके तीन बेटों में एक बेटा बाहर और दो घर पर थे। सात बेटियों में से दो शादी योग्य बेटियां तबस्सुम और तरन्नुम के लिए जेवरात बनवाए थे। चोरों ने दोनों बेटियों के जेवरात के साथ उनके और पत्नी के जेवरात भी चुरा लिए। चोरी गए गए जेवरातों की कीमत नौ लाख से अधिक आंकी गई है। जेवरात के साथ 50 हजार रुपये नकद चोरी किए गए हैं। जेवरात में सईद पहलवान कुरैशी की दो जंजीर, उनकी पत्नी अफसाना की एक जंजीर तथा अन्य जेवरात में दो जोड़ी टॉप्स, सोने का एक हार, एक मनचली, दो अंगूठी, चार कंगन, दो टीके शामिल हैं। घटना की जानकारी गुरुवार को तड़के पांच बजे तब हुई जब तबस्सुम फजिर की नमाज पढ़ने के लिए बगल वाले कमरे में कुरान शरीफ लेने गई थी। कुरान शरीफ प्लाईबोर्ड जड़ी अलमारी के बगल वाली अलमारी में रखी थी। तबस्सुम ने कमरे में सामान बिखरा पाया और स्वजन को चोरी की जानकारी दी। तब सईद पहलवान कुरैशी ने पुलिस को सूचना दी। उनका कहना है कि सूचना दिए जाने के बावजूद मौका मुआयना के लिए दोपहर बाद तक कोई नहीं आया।