आस्था के अद्भुत नजारे, कठिन डगर पर गूंजते भोले के जयकारे
जासं, एटा : इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान अद्भुत नजारे देखने को मिल रहे हैं। श्रद्धालु इतने अभिभूत हैं कि कोई हाथ पर गंगाजल की शीशी रखकर लिए चला जा रहा है तो कोई हाथ में गंगाजल लेकर दौड़ रहा है। युवाओं की टोलियां सड़कों पर आकर्षक छटा बिखेर रहीं हैं।
कांवड़ यात्रा गुरुवार से फिर तेज हो गई। सावन के तीसरे सोमवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान के कांवड़ यात्रियों के कुछ जत्थे गंगाजल लेकर गंतव्य की ओर जाते दिखाई दिए। शुक्रवार से यात्रा और तेजी पकड़ेगी। इस बार की कांवड़ यात्रा में अलग-अलग नजारे देखने को मिल रहे हैं। खासतौर पर डाक कांवड़ यात्री भी बड़ी संख्या में यहां से गुजर रहे हैं।
डाक कांवड़ में नहीं विश्राम
--कांवड़िए अक्सर कांवड़ को लेकर लंबी यात्राएं करते हैं और बीच-बीच में विश्राम भी करते हैं, लेकिन डाक कांवड़ में ऐसा नहीं किया जा सकता। एक बार कांवड़ उठा लेने के बाद कांवड़िए को जलाभिषेक तक लगातार चलना पड़ता है। इसके अतिरिक्त कांवड़िए को एक निश्चित अवधि में निश्चित शिवालय में ही जलाभिषेक करना होता है। डाक कांवड़ में कांवड़िए दौड़ते हैं, उनके साथी वाहन से उनके पीछे चलते हैं, जब एक साथी थक जाता है, तभी दूसरा साथी कांवड़ लेकर दौड़ने लगता है। इस तरह से कांवड़ को विश्राम नहीं मिलता। यह नजारा इन दिनों सड़कों पर खूब दिखाई दे रहा है। इसके अलावा 101 फुट की कांवड़, बग्घी वाली कांवड़ भी आकर्षण का केंद्र बन चुकी हैं।
कांवड़ यात्रा में महिलाओं की भी भागीदारी
--कांवड़ यात्रा में इस बार महिलाओं की भी बड़ी भागीदारी देखने को मिल रही है। यह महिलाएं कंधे पर कांवड़ें रखकर अपने मनौती वाले देव स्थानों की ओर निरंतर चली जा रही हैं। मीलों लंबे पैदल सफर और कंधे पर कांवड़ का बोझ उनकी ताकत कम नहीं होने देता। राजस्थान के डीग से आए कांवड़ यात्री राजबाला ने बताया कि वे तीसरी बार कांवड़ यात्रा कर रही हैं। ऐसी ही तमाम महिलाएं इस बार यहां दिखाई दे रहीं हैं।
स्वास्थ्य विभाग सतर्क
--पिछले सोमवार की कांवड़ यात्रा के दौरान एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया था। यह कांवड़ यात्री स्वास्थ्य विभाग की टीम को चकमा देकर भाग निकला। तब से स्वास्थ्य विभाग को और ज्यादा सतर्क कर दिया गया है। अगर किसी कांवड़ यात्री की तबीयत खराब है तो सबसे पहले उसकी कोरोना की जांच की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न रूटों पर शिविर लगाए हैं। सीएमओ डा उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि कांवड़ यात्रियों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए यात्रा मार्ग पर शिविर लगाए गए हैं, जहां कांवड़ यात्री दवा भी ले सकते हैं और अपनी कोरोना जांच करा सकते हैं।