एटा में उत्साह के साथ टीकाकरण, 691 लोग पहुंचे
निजी चिकित्सकों ने टीका लगवाकर बढ़ाया हौसला पांच अस्पतालों के नौ जगह बने टीकाकरण स्थल
एटा: कोरोना के खात्मे को शुक्रवार को भी उत्साह के साथ टीकाकरण कार्यक्रम चला। कुल 73.51 फीसद लोगों ने अस्पतालों में पहुंचकर टीके लगवाए। निजी चिकित्सकों ने भी आगे आकर लोगों का हौसला बढ़ाया।
जिला अस्पताल, जलेसर व अलीगंज सीएचसी, बागवाला पीएचसी पर दो-दो और जिला महिला अस्पताल में एक टीकाकरण स्थल बनाया गया था। जहां स्वास्थ्य और बाल विकास विभाग से जुड़े 940 चिन्हित लोगों को बुलाया गया। इनमें से 691 ने पहुंचकर टीका लगवाया। डीएम सुखलाल भारती और एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने जिला अस्पताल, महिला अस्पताल एवं पीएचसी बागवाला पहुंचकर टीकाकरण कार्य का जायजा लिया। कर्मचारियों को शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही कार्य करने के निर्देश दिए। टीके की विश्वसनीयता और टीकाकरण के प्रति लोगों को सकारात्मक संदेश देने के उद्देश्य से इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े निजी चिकित्सक भी जिला महिला अस्पताल में टीकाकरण कराने पहुंचे। सबसे पहले आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डा. हर्षवर्धन बिसारिया ने टीका लगवाया। डीएम के निरीक्षण के दौरान सीएमओ डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमएस डा. राजेश अग्रवाल, और डा. अशोक कुमार, डीआइओ डा. राम सिंह, डा. नकुल राना आदि मौजूद रहे। जिला अस्पताल रहा सबसे पीछे:
टीकाकरण के मामले में जिला अस्पताल सबसे पीछे रहा। यहां बुलाए गए 210 लोगों में से कुल 83 लोग ही पहुंचे। जलेसर में 225 में से 196, अलीगंज में 200 में से 173, जिला महिला अस्पताल में 105 में से 72 और बागवाला में 210 चिन्हित लोगों में से 167 लोगों ने टीके लगवाए।
वैक्सीन पूरी तरह से भरोसेमंद है। किसी भी उम्र के लोग हों, यदि उनका नाम सूची में है तो बेझिझक वैक्सीन लगवाएं। केवल गंभीर रोगों से ग्रस्त लोग और गर्भवती महिलाओं को अभी इंतजार करने की जरूरत है।
- डा. निर्मल जैन, वरिष्ठ चिकित्सक सभी देशवासियों के लिए गर्व की बात है कि दो-दो वैक्सीन भारत में तैयार हुई हैं। जिनकी मांग कई देशों से आ रही है। ऐसे में वैक्सीन को लेकर किसी तरह का संदेह किसी भी व्यक्ति को नहीं होना चाहिए।
- डा. हर्षवर्धन बिसारिया, वरिष्ठ चिकित्सक इंटरनेट मीडिया पर उपलब्ध भ्रामक सामग्री से किसी तरह का भ्रम और डर मन में न रखें। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। अभी तक इसके कोई गंभीर दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिले हैं।
- डा. सौरभ राजपूत, जिला अस्पताल अभी तक कोविड ड्यूटी में मास्क आदि के भरोसे ही काम कर रहे थे, जिसमें काफी खतरा रहता था। वैक्सीन लगने के बाद खतरा कम होगा और अधिक विश्वास के साथ ड्यूटी कर सकेंगे।
- डा. रविद्र सिंह चौहान