रोगों का जबरदस्त प्रहार, स्वास्थ्य महकमा लाचार
एटा जासं। संक्रामक रोगों का इन दिनों जबरदस्त प्रहार चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार तीन साल के काल चक्र में रोग बढ़ते हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर भी यही संभावना जताई जा रही है। इस सबके बीच रोकथाम और इलाज के मामले में स्वास्थ्य महकमा लाचार नजर आ रहा है। जबकि मरीज परेशान बने हुए हैं।
एटा, जासं। संक्रामक रोगों का इन दिनों जबरदस्त प्रहार चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार तीन साल के काल चक्र में रोग बढ़ते हैं। डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर भी यही संभावना जताई जा रही है। इस सबके बीच रोकथाम और इलाज के मामले में स्वास्थ्य महकमा लाचार नजर आ रहा है। जबकि मरीज परेशान बने हुए हैं।
जैथरा क्षेत्र के गांव रूपधनी, शीतलपुर ब्लॉक के गांव करतला, बागवाला आदि गांवों में बड़ी संख्या में लोग बीमार हुए हैं। जबकि दस-बीस मरीज तो लगभग हर गांव में मिलना मामूली बात है। मुसीबत यह भी है कि आसपास सरकारी अस्पतालों में इलाज की उचित व्यवस्थाएं नहीं हैं। लोगों को इलाज के लिए मजबूरन जिला मुख्यालय के निजी चिकित्सकों या झोलाछापों के पास जाना पड़ रहा है। यूं तो 30 सितंबर तक स्वास्थ्य विभाग ने संक्रामक रोग नियंत्रण अभियान चलाया। लेकिन बीमारियां रोकने में यह सहायक नजर नहीं आ रहा। अनाधिकृत प्रेक्टिसनर बढ़ा रहे मुश्किल
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बीमारियों के मौसम में अनाधिकृत प्रेक्टिसनर भी मुश्किल बढ़ा रहे हैं। सैकड़ों ऐसे लोग चिकित्सा कार्य कर रहे हैं, जिनके पास कोई डिग्री ही नहीं है। जबकि आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी की डिग्री लेकर तमाम चिकित्सक अनाधिकृत रूप से एलोपैथी दवाओं से मरीजों का इलाज कर रहे हैं। सभी के पास मरीजों को भर्ती कर ड्रिप चढ़ाने की व्यवस्थाएं हैं। कनिकपुर पहुंची टीम, 38 मरीज मिले
शीतलपुर ब्लॉक क्षेत्र के गांव कनिकपुर में बीमारियां फैलने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम शनिवार को वहां पहुंची। इस दौरान 38 लोग बीमार मिले। चिकित्सकीय टीम ने इनका परीक्षण कर दवाएं दीं। वहीं दर्जन भर लोगों में मलेरिया जांच के लिए रक्त नमूना लेकर स्लाइड बनाईं। वर्जन
संक्रामक रोग नियंत्रण अभियान के तहत तमाम गतिविधियां आयोजित की गईं। इस तरह के रोगों से बचाव के लिए लोगों की जागरूकता और सक्रियता भी जरूरी है। सूचना मिलने पर टीमें भेजकर बीमार लोगों का इलाज कराया जा रहा है।
- डॉ. एससी नागर, डिप्टी सीएमओ व नोडल अधिकारी