आक्सीजन सिलेंडर रखने को मेडिकल कालेज में स्टोर तक नहीं
जासं, एटा : मेडिकल कालेज में आक्सीजन सिलेंडर रखने के लिए एंबुलेंस स्टाफ को एक स्टोर तक उपलब्ध नहीं कराया गया। इस वजह से सिलेंडर की कमी बार-बार महसूस की जाती है। जब भी आक्सीजन का सिलेंडर एंबुलेंस में नहीं होता तब एक ही बात कही जाती है कि मेडिकल कालेज में स्टोर रूम नहीं है।
एंबुलेंस कर्मचारियों की गतिविधियों का केंद्र मेडिकल कालेज ही है। एंबुलेंस का अधिकांशत: संचालन यहीं से होता है। इस समय व्यवस्था यह है कि अगर 108 और 102 या एएलएस एंबुलेंस में आक्सीजन नहीं है तो दुकान पर एंबुलेंस पहुंचती है, सिलेंडर रख लेती है। एंबुलेंस स्टाफ का कहना है कि हर समय सिलेंडर की उपलब्धता मेडिकल कालेज में ही होनी चाहिए ताकि अगर रात में किसी एंबुलेंस में आक्सीजन खत्म हो जाए तो उसे तत्काल सिलेंडर मिल सके और सुबह तक का इंतजार न करना पड़े, क्योंकि रात में दुकानें बंद रहती हैं। इसके लिए स्टोर रूम चाहिए, जहां कुछ सिलेंडर हमेशा उपलब्ध रहें। एंबुलेंस स्टाफ ने कई बार मांग की, लेकिन मेडिकल कालेज के अधिकारी स्टोर रूम तक की व्यवस्था नहीं कर पाए। कर्मचारियों के बैठने के लिए कोई निर्धारित जगह तक उपलब्ध नहीं है। दिनरात ड्यूटी देने वाले कर्मचारी अगर थोड़ा विश्राम करना चाहें तो उन्हें एंबुलेंस में ही रहना पड़ता है। प्रोग्राम मैनेजर विष्णु कुमार का कहना है कि इस संबंध में कई बार बात की, मगर कोई नतीजा नहीं निकला। उधर सीएमओ डा. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मेडिकल कालेज में हेल्प डेस्क बनाने के आदेश दे दिए गए हैं, जहां आक्सीजन सिलेंडर हमेशा उपलब्ध रहेगा और एक कर्मचारी की ड्यूटी भी लगाई जाएगी, ताकि एंबुलेंस में आक्सीजन की कमी न रहे।