तंत्र के गण: स्काउट के सहारे बच्चों में भर रहे देशभक्ति का जज्बा
बच्चों में अनुशासन देशभक्ति और सेवा कार्यों में दिलचस्पी कम होने जैसी
एटा, जागरण संवाददाता: बच्चों में अनुशासन, देशभक्ति और सेवा कार्यों में दिलचस्पी कम होने जैसी स्थिति उन्हें खलती रही। ऐसे में उन्होंने स्काउट का सहारा लेते हुए बच्चों में देशभक्ति का जज्बा पैदा करने की बात सोची। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए उन्होंने मुख्यालय पर 31 बच्चों को एकत्रित कर आजाद स्काउट दल तैयार किया। यह टीम पांच साल से देशभक्ति की भावना के साथ सामाजिक सेवा कार्यों में भी बढ़चढ़कर भाग ले रही है।
यह प्रयास करने वाले जूनियर हाईस्कूल नगला समल के शिक्षक विनय गुप्ता हैं। वर्ष 2007 में एक आयोजन में जाने का मौका मिला। वहां स्काउट बच्चों की सेवा और देशभक्ति को देखकर लगा कि पढ़ लिखकर नौकरी पाने के बाद भी जीवन में कुछ अधूरा है। उसी साल उन्होंने बेसिक स्काउट मास्टर कोर्स खुद किया और स्काउट की गतिविधियों में शामिल होते गए। उसी समय मन बना लिया कि तमाम बच्चे ऐसे हैं, जो पढ़ाई-लिखाई में अच्छे हैं, लेकिन देशभक्ति और सेवा कार्यों से दूर ही रहते हैं। पहले तो उन्होंने तमाम स्कूलों में पहुंचकर बच्चों को स्काउट के कार्य और दायित्वों की जानकारी देकर देशभक्ति का पाठ पढ़ाना शुरू किया। 2015 में 31 बच्चों को साथ लेकर आजाद स्काउट दल बनाया। टीम का कार्य विद्यार्थियों में देश सेवा का जज्बा पैदा करने का था। वहीं सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध जागरूकता का भी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान हो या फिर जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की मुहिम, टीम ने ग्रामीण क्षेत्रों में और भी विद्यार्थियों को जोड़ते हुए ग्रामीणों को जागरूक करना शुरू कर दिया। खुद टीम लीडर बनकर शिक्षक विनय मार्गदर्शन कर रहे हैं। सार्वजनिक कार्यक्रमों में यह टीम सेवा कार्य करते देखी जा सकती है। 2018 में टीम के स्काउट शशांक, नवीन, अनीश, निशांत, नितिश, अमित, अनुज, दीपेंद्र, प्रदीप, अमन, जितेंद्र तथा ब्रज कुमार को उनके कार्यों के चलते राज्यपाल पुरस्कार भी मिल चुका है। विनय एटा ही नहीं बल्कि दूसरे क्षेत्रों में भी जाकर बच्चों में स्काउट के जरिए देशहित समझाकर उनमें राष्ट्रभक्ति और सेवा की अलख जगा रहे हैं।