स्कूलों की कारगुजारी ने फिर लगाया सुधरती साख को बट्टा
माध्यमिक शिक्षा जियो लोकेशन अपडेशन में गड़बड़ी से बोर्ड के निशाने पर जिला पर्यवेक्षण के लिए आज आएंगे बोर्ड के दूत परखेंगे हकीकत
जासं, एटा: बोर्ड परीक्षा में नकल तथा परीक्षार्थियों के फर्जीवाड़े को लेकर प्रसिद्ध रहा जिला माध्यमिक शिक्षा परिषद की नजरों में एक बार फिर संदिग्ध श्रेणी में आया है। आनलाइन परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए माध्यमिक स्कूलों से कराई गई जियो लोकेशन अपडेट में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद बोर्ड ने जिले में हालातों को सही ढंग से परखने के लिए पर्यवेक्षण अधिकारी नियुक्त किया है। मंगलवार को पर्यवेक्षण अधिकारी एटा आएंगे।
यहां बता दें कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षाओं में नकल के लिए जिला दूर-दूर तक विख्यात रहा है। 2022 की बोर्ड परीक्षा के लिए पिछले सप्ताह आए जियो लोकेशन अपडेट के निर्देश के बाद स्कूलों की कारगुजारी ने फिर से जिले की साख पर बट्टा लगा दिया। जिले में 570 माध्यमिक स्कूलों में से 184 के द्वारा गलत लोकेशन ट्रेस किए जाने के बाद बोर्ड कार्यालय में जिले के हालातों को लेकर फिर से संदिग्धता उत्पन्न हो गई है। भले ही विभाग ने नोडल प्रधानाचार्य को लगाकर अपने स्तर से स्कूलों की लोकेशन को अपडेट करा दिया गया हो, लेकिन बोर्ड कार्यालय को अब कतई विश्वास नहीं रहा।
माध्यमिक स्कूलों के प्रबंधक तथा प्रधानाचार्य कि बड़े पैमाने पर जियो लोकेशन में सामने आई कारगुजारी के बाद बोर्ड ने पड़ताल के लिए पर्यवेक्षण अधिकारी नियुक्त कर दिया है। पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में मुकेश शर्मा मंगलवार को एटा पहुंचकर आकस्मिक रूप से स्कूलों की जियो लोकेशन की हकीकत जानेंगे तथा भौतिक सत्यापन करेंगे। माना जा रहा है कि वित्तविहीन स्कूल ही नहीं बल्कि राजकीय तथा सहायता प्राप्त स्कूलों को भी परखा जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक मिथिलेश कुमार ने बताया है कि बोर्ड के पर्यवेक्षण अधिकारी आने की सूचना मिल चुकी है। जिन स्कूलों में गड़बड़ियां पाई जातीं हैं तो बोर्ड अपने स्तर से भी उनके विरुद्ध कार्रवाई कर सकेगा। दागी स्कूलों पर रहेगा फोकस
-माना जा रहा है कि आने वाले पर्यवेक्षण अधिकारी का फोकस पड़ताल के मामले में उन स्कूलों पर होगा जो कि गलत जियो लोकेशन सूची में शामिल रहे। खासकर ऐसे ही स्कूल जिन्होंने लोकेशन पांच से 20 किलोमीटर दूर दर्शाई।