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एंबुलेंस प्रकरण में बड़ी कार्रवाई, प्रोग्राम मैनेजर को हटाया, दो की सेवा समाप्त

एंबुलेंस कंपनी के सात कर्मचारियों के विरुद्ध् कार्रवाई हो चुकी

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Aug 2022 03:59 AM (IST)Updated: Sat, 06 Aug 2022 03:59 AM (IST)
एंबुलेंस प्रकरण में बड़ी कार्रवाई, प्रोग्राम मैनेजर को हटाया, दो की सेवा समाप्त
एंबुलेंस प्रकरण में बड़ी कार्रवाई, प्रोग्राम मैनेजर को हटाया, दो की सेवा समाप्त

एंबुलेंस प्रकरण में बड़ी कार्रवाई, प्रोग्राम मैनेजर को हटाया, दो की सेवा समाप्त

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जासं, एटा: आक्सीजन के अभाव से हुई बच्ची की मौत मामले में सरकारी एंबुलेंस के प्रोग्राम मैनेजर प्रोग्राम मैनेजर को हटा दिया, उनके विरुद्ध् जांच जारी है। इसे अलावा एक ईएमटी और एक चालक की सेवा समाप्त कर दी गई। इस प्रकरण में एंबुलेंस कंपनी के सात कर्मचारियों के विरुद्ध् कार्रवाई हो चुकी है। साथ ही लखनऊ से आई टीम जिला स्तरीय कर्मचारियों के साथ मिलकर एंबुलेंस में मौजूद दवा और संसाधनों की चेकिंग कर रही है। इसके दौरान मिलने वाली कमियों से टीम शासन को अवगत कराएगी।

108 एंबुलेंस पर तैनात कर्मचारियों सहित अन्य पर कार्रवाई लगातार की जा रही है। दो ईएमटी सहित चार कर्मचारियों को निकालने के बाद अब प्रोग्राम मैनेजर विश्नू कुमार को हटा दिया गया, जबकि चालक विपिन तिवारी, ईएमटी अश्वनी कुमार की सेवा समाप्त कर दी गई। सीएमओ और प्राचार्य की तरफ से हुई जांच के बाद कंपनी की तरफ से कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। सीएमओ डा. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रोग्राम मैनेजर को जिले से हटा दिया गया है। उनके खिलाफ कंपनी के अधिकारी जांच कर रहे हैं। जबकि जीवीके कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजीव कुमार ने बताया कि चालक विपिन और ईएमटी अश्वनी को काल आने पर एंबुलेंस खराब बताते हुए बहाना बनाने पर उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। वहीं दूसरी तरफ एंबुलेंस में आक्सीजन सहित अन्य संसाधनों के अभाव की जानकारी के लिए लखनऊ से टीम हकीकत जानने को जनपद में भ्रमण कर रही है। टीम शहर, कस्बा के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचकर जांच कर रही है। जिसमें टीम एंबुलेंस के अंदर दवाएं, आक्सीजन, वेंटिलेटर आदि उपकरण देख रही है। जिसके दौरान मिलने वाली कमियों से टीम के सदस्य शासन को रिपोर्ट सौंपेगे। जिसमें दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। बता दें कि 30 जुलाई को बच्ची मन्नू निवासी नगला फकीर को स्वजन ने बुखार आने पर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया था। जहां से उसे हायर सेंटर ले जाने के लिए एंबुलेंस के लिए काल की थी। जिसके दौरान दो एंबुलेंस में आक्सीजन का अभाव था। इससे बच्ची देरी से हायर सेंटर पहुंच सकी थी। जिस कारण बालिका की मौत हो गई थी।

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एएलएस में भी साधनों का टोटा

जिले में दौड़ रही 108, 102 के साथ ही एएलएस एंबुलेंस में भी सुविधाओं के नाम पर दिखावा किया जा रहा है। कुछ एएलएस एंबुलेंस में वेंटिलेटर आदि उपकरण खराब लगे हुए हैं। इससे हायर सेंटर पहुंचने वाले मरीजों को वेंटिलेटर आदि की सुविधा नहीं मिल पा रही है, जबकि शासन ने मरीज को एडवांस लाइफ सपोर्ट देने के लिए एएलएस एंबुलेंस संचालित की है। इनमें भी लोग अधिकारियों से चेकिंग के लिए मांग कर रहे हैं।


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