गण के तंत्र : लोटा छुड़वाने की मुहिम चला रहीं लक्ष्मी
गांव-गांव शौचालय बन गए मगर अभी भी तमाम लोग ऐसे हैं जो लोटा लेकर खे
एटा, जागरण संवाददाता : गांव-गांव शौचालय बन गए मगर अभी भी तमाम लोग ऐसे हैं जो लोटा लेकर खेत में जाते हैं। देखने में साधारण सी महिला लगने वाली गांव जिन्हैरा की प्रधान लक्ष्मी देवी उपाध्याय लोटा पार्टी को सामाजिक बुराई के रूप में देखती हैं। उन्होंने लोटा छुड़वाने की मुहिम चला रखी है। गांव-गांव जाकर वे शौचालय बनवाने के लिए भी लोगों की मदद कर रही हैं। उनकी इस मुहिम का असर भी दिखाई दे रहा है। लक्ष्मी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित कर चुके हैं।
सरकार शौचालय बनवाने के लिए पैसा दे रही है। मगर लक्ष्मी देवी की सोच कुछ अलग है। वे कहती हैं कि शौचालय तो हर घर की जरूरत है, जब हम घर बनवाते हैं तो शौचालय क्यों नहीं बनवा सकते। उनकी यह सोच रंग लाई और ऐसे लाभार्थियों के बीच गईं जिन्हें पैसा मिला था। लक्ष्मी ने तमाम लाभार्थियों का पैसा उनकी मर्जी से सरकार को वापस लौटवा दिया। गांव में समारोह आयोजित किया गया जिसमें तत्कालीन जिलाधिकारी अमित किशोर पहुंचे उन्हें 10 लाख 80 हजार रुपए के चैक दिए गए। यह बात शासन तक पहुंची तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लक्ष्मी को लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया। उन्हें लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार दिया गया।
लक्ष्मी ने दो दर्जन गांवों में स्वच्छता की अलख जगाई है। 700 शौचालय बनवाए। उनकी कोशिश यह है कि गांव में कोई भी महिला लोटा लेकर खेत में न जाए। उन्होंने कहा कि जिस दिन ऐसा हो जाएगा उस दिन सही मायने में गांव ओडीएफ माना जाएगा। काम की लंदन तक गूंज
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लक्ष्मी देवी के काम की लंदन तक चर्चा हो चुकी है। दो साल पहले वहां की मीडिया की एक टीम डाक्यूमेंट्री बनाने के लिए जिन्हैरा आई थी। यह टीम यहां फिल्मांकन करके ले गई। लक्ष्मी के नाम की चर्चा विदेश तक है।