सीवरेज कार्य में लापरवाही हुई तो सख्त कार्रवाई
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जागरण संवाददाता, एटा: सीवरेज कार्य की स्थिति परखने को डीएम रविवार को शहर में निकलीं। कचहरी रोड, रेलवे रोड, इंद्रपुरी में निरीक्षण किया। जल निगम के अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि कार्य में लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान डीएम डा. विभा चहल ने निर्देश दिए कि कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूरा कराया जाए। रेलवे रोड काफी व्यस्ततम मार्ग में से एक है। इस पर कराए जाने वाले कार्य की गुणवत्ता कतई खराब नहीं होनी चाहिए। साथ ही जल्द इस मार्ग को जनसामान्य के उपयोग के लिए पूरा कराएं। इंद्रपुरी में कराए गए कार्य की गुणवत्ता ठीक न मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए गुणवत्ता के साथ कार्य कराने की हिदायत दी। कचहरी रोड पर मैनहोल को खुलवाकर पाइप आदि के मानकों को चेक किया। यह भी निर्देश दिए कि जिन गलियों में सीवरेज कार्य से इंटरलाकिग एवं सीसी कार्य क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनको प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराया जाए। क्षेत्रीय वाशिदों को आवागमन में परेशानी नहीं होनी चाहिए। इस अवसर पर एडीएम प्रशासन विवेक कुमार मिश्र, डिप्टी कलक्टर अलंकार अग्निहोत्री, अधिशासी अभियंता जल निगम एएस भाटी, ईओ दीप कुमार सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे। मानपुर स्थित प्लांट का भी किया निरीक्षण
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डीएम मानपुर में निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने भी पहुंचीं। कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों और जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण में मानक एवं गुणवत्ता की अनदेखी नहीं होनी चाहिए। एक्सईएन जल निगम ने बताया कि सीवरेज प्लांट बनने से शहर के पानी को ट्रीटमेंट कर कृषि आदि के उपयोग में लाया जाएगा। साथ ही शहर में जलभराव की समस्या भी दूर होगी। पुल, पुलियों के पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार को शुरू हुआ अभियान: सिचाई विभाग के अंतर्गत नहरों, पंप कैनाल पर बनी क्षतिग्रस्त एवं जर्जर पुल व पुलियों की मरम्मत और नवीनीकरण के लिए अभियान शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को इस अभियान का शुभारंभ वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से किया। पूरे प्रदेश में नहरों की कुल लंबाई 74659 किमी है जिस पर 75000 से अधिक पुल व पुलिया हैं। जबकि जिला एटा में ऊपरी गंगा संगठन एवम् निचली गंगा संगठन की 666.781 किमी लंबाई की नहरें आती हैं। ऊपरी गंगा नहर प्रणाली 166 वर्ष पुरानी है जबकि निचली गंगा नहर प्रणाली 142 वर्ष पुरानी है।ब्रिटिश काल की इन नहरों में कई पुल काफी समय से क्षतिग्रस्त एवम जर्जर हो जाने के कारण अब जनोपयोगी नहीं रहे। कई पुल सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं थे एवं किसानों का आवागमन बाधित होता था। मुख्यमंत्री ने इस अभियान में एटा के 111 पुलों की मरम्मत एवं 48 पुलों के पुनर्निर्माण के कार्यों का शुभारंभ किया। उन्होंने निर्देश दिए कि 100 दिनों में माननीय जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारी के संज्ञान में प्रत्येक कार्य को लाते हुए इस महाभियान को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए। इस अवसर पर एनआइसी में सदर विधायक विपिन वर्मा डेविड, डीएम डा. विभा चहल, सीडीओ अजय प्रकाश, एक्सईएन सिचाई अजय कुमार भारती, एई भारत भूषण आदि मौजूद रहे।