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लापरवाही पर बीडीओ हटाए, एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि

सरकारी मशीनरी कैसा काम कर रही है इसकी पोल रविवार को मंडलायुक्त के सामने खुली। मारहरा ब्लॉक के गांव दतेई में लगी चौपाल में ग्रामीणों ने शिकायतों की झड़ी लगा दी। इस पर कार्रवाई भी हुई। मंडलायुक्त ने लेखपाल को निलंबित करने बीडीओ को ब्लॉक से हटाने और एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Dec 2019 11:22 PM (IST)Updated: Mon, 30 Dec 2019 06:02 AM (IST)
लापरवाही पर बीडीओ हटाए, एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि
लापरवाही पर बीडीओ हटाए, एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि

एटा, जागरण संवाददाता: सरकारी मशीनरी कैसा काम कर रही है, इसकी पोल रविवार को मंडलायुक्त के सामने खुली। मारहरा ब्लॉक के गांव दतेई में लगी चौपाल में ग्रामीणों ने शिकायतों की झड़ी लगा दी। इस पर कार्रवाई भी हुई। मंडलायुक्त ने लेखपाल को निलंबित करने, बीडीओ को ब्लॉक से हटाने और एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए हैं।

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सबसे पहले मंडलायुक्त अलीगढ़ अजयदीप सिंह ने गांव में बनाए गए दोनों मतदेय स्थलों पर विशेष पुनरीक्षण दिवस का जायजा लिया। उनके कार्यक्रम की खबर पर वहां बीएलओ तो मौजूद थे, लेकिन पुनरीक्षण कार्य को लेकर गतिविधि कुछ नहीं थीं। लोग अपने नाम बढ़ाने, संशोधन आदि के लिए नहीं पहुंच रहे थे। इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए मंडलायुक्त ने साफ कहा कि पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर प्रचार-प्रसार नहीं किया गया है, जिसके चलते लोगों में जागरूकता का अभाव है। अगले विशेष दिवसों में स्थिति सुधारने की कड़ी हिदायत दी।

इसके बाद प्राथमिक विद्यालय में चौपाल लगाई। यहां मिशन कायाकल्प और अन्य शैक्षिक गतिविधियों पर असंतुष्टि जताते हुए एबीएसए लालबाबू दुबे को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि लेखपाल फूल सिंह गांव में आते ही नहीं। लंबे समय तक विरासत दर्ज नहीं की जाती। जबकि लेटलतीफ दर्ज होने पर सत्यापन भी नहीं किया जाता। इस पर मंडलायुक्त ने लेखपाल को निलंबित करने और 13 दिन में विरासत के सभी मामले दर्ज कर किसानों तक खतौनी पहुंचाने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने बीडीओ के न मिलने और समीक्षा में रुचि न लेने की शिकायत की। जिस पर बीडीओ को इस ब्लॉक से हटाने के निर्देश मंडलायुक्त ने दिए।

कई लोगों ने शौचालय न बनने की बात कही। इस पर डीपीआरओ ने बताया कि कई लोगों ने पैसा लेकर शौचालय नहीं बनवाए, कुछ ने तो तोड़ दिए। इस पर मंडलायुक्त ने सभी से धनराशि वसूलने को कहा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत विकास योजना की बैठक गुपचुप ढंग से कर ली जाती है। मंडलायुक्त ने किसी जिलास्तरीय अधिकारी की मौजूदगी में बैठक कराने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत के नगला संत में उपेक्षा की शिकायत पर डीएम को निरीक्षण और कार्रवाई करने के निर्देश दिए। दो बच्चों को अन्नप्रासन, दो गर्भवती महिलाओं की गोदभराई और 35 लोगों को कंबल बांटे। ग्रामीणों की प्रशंसा पर सफाईकर्मी प्रमोद कुमार को पुरस्कृत किया। इस दौरान डीएम सुखलाल भारती, एसएसपी सुनील कुमार सिंह, सीडीओ मदन वर्मा, जेडीसी अलीगढ़ अतुल कुमार मिश्रा, एडीएम केपी सिंह व केशव कुमार, एडी बेसिक डॉ. इंद्रप्रकाश सोलंकी, एसडीएम नंदलाल सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।


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